Jammu-kashmir: महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए, जम्मू कश्मीर के उधमपुर में 20 महिलाओं को केंद्र सरकार की संकल्प योजना के तहत बांस के प्रोडक्ट बनाने की ट्रेनिंग दी गई, महिलाओं ने उम्मीद जताई कि ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने जो कुछ सीखा, उससे वे आर्थिक तौर से आत्मनिर्भर बन सकेंगी, साथ ही उन्हें अपने परिवार का खर्च चलाने में भी मदद मिलेगी।
ट्रेनिंग दे रहे लोगों का कहना है कि 40 दिन के कार्यक्रम के बाद, महिलाएं बांस से बनने वाले अलग-अलग तरह के बेहतरीन सामान तैयार कर सकेंगी। उनके मुताबिक इन सामानों को बेचकर महिलाएं रोजी-रोटी कमा सकती हैं।
महिलाओं को ट्रेनिंग देने के लिए वर्कशॉप का आयोजन जम्मू कश्मीर के हथकरघा और हस्तशिल्प विभाग ने किया, ट्रेनिंग हासिल करने वाली महिलाओं को उम्मीद है कि सरकार उनके प्रोडक्टों की मार्केटिंग में उनकी मदद करेगी।
ट्रेनी रेखा रानी ने कहा कि “संकल्प योजना के तहत 40 दिन की ट्रेनिंग दी गई, जिसमें 20 लड़कियां आती थी रोज तो इसमें हमें बांस का सामान बनाने को दिया गया, हम चाहते हैं कि जैसे हमने ये बांस की कीट बनाई है मार्केट मिले, सेल हो जाए। अब ये लड़कियां घर बैठकर कुछ नहीं करेंगी इनको ज्यादा इधर काम कर रही हैं। मार्केटिंग मिल जाए, अच्छे से इनकम का सोर्स बन जाए इनका भी।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “फ्रूट बास्केट है और दूसरी चीजें बनाई और ये चाबी वाले छल्ले टांगने के लिए इसमें फ्लावर डाल सकते हैं और ये बाथरुम के लिए है तो बहुत कुछ बनाया है। पेन स्टैंड है ये 40 दिन में इतना सामान नहीं बन सकता था अब बनवाया है इनसे।”
हस्तशिल्प विभाग के सहायक निदेशक तरुण सूदन ने बताया कि “हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट डिपार्टमेंट सब महिलाओं या किसी भी वर्ग चाहे वो महिला हों या मर्द हैं उनके लिए समय के साथ-साथ अलग-अलग योजनाएं लेकर आता है तो हमारा मकसद यही है कि जो घर पर बैठे हैं युवा और युवतियां उनका स्किल डेवलपमेंट और इस स्किल को सीखने के लिए सरकार उनको महीने का भत्ता भी दे रही है। हजार रुपये पर ट्रेनर उनको मिलता है और ट्रेनर उनको जाकर वहां पर सिखाते हैं।”