New delhi: त्योहारों के सीजन को देखते हुए इमरजेंसी में सुरक्षा बलों और दूसरी जरूरी सर्विसेज की तैयारियों को जांचने के मकसद से देश भर में अलग-अलग जगहों पर मॉक ड्रिल की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के गीता कॉलोनी इलाके में मॉक ड्रिल की। ड्रिल के दौरान इलाके में एक संदिग्ध बैग के बारे में पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई। इसके बाद सीनियर अधिकारियों के साथ डॉग स्क्वायड, बम स्क्वायड, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और लोकल पुलिस को मौके पर भेजा गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी तैयारियों को जांचने के लिए इटावा में मॉक ड्रिल की, इस ड्रिल में पुलिस ने संभावित दंगों से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को जांचा। इसमें दूसरी चीजों के अलावा आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां, पानी की बौछारें और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
सीनियर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मॉक ड्रिल के जरिए इमरजेंसी के हालात में तेजी से और बेहतर तरीके से कदम उठाना सुनिश्चित किया गया। उन्होंने बताया कि इस तरह की ड्रिल से कमियों को पहचानने और दूर करने में भी मदद मिलती है।
सहायक पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार ने बताया कि “जो मॉक ड्रिल है, ये हमारा टीम एक्सरसाइज है। सभी त्योहारों के उपर हम इस तरह की ड्रिल एक्सरसाइज करते हैं ताकि पब्लिक और जो दुकानदार वगैरह हैं, वो अवेयर रहें कि कहीं भी कुछ भी हो सकता है। कहीं भी लावारिस चीज रखी जा सकती है। खासकर दीवाली के आसपास जितने भी सीरियल ब्लॉस्ट हुए हैं, वो इसी टाइम में हुए हैं। तो हम जितनी अपनी एजेंसी उन्हें अलर्ट करने के लिए, पब्लिक को अलर्ट करने के लिए हम लोग ड्रिल करते हैं।”
इसके साथ ही एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि “ड्रिल जो हमने कराई है उसमें पुलिस लाइन से लेकर के शास्त्री चौराहा जनपथ इटावा में कराया गया है। उसमें हमारे सभी अधिकारियों ने भाग लिया और लगभग 150 कर्मचारियों ने भाग लिए हैं और इसमें जो सभी एंटी राइट इक्यूपमेंट होता है, वेल ड्रेस्ड होकर के. इसको उन्होंने रिहर्सल किया है। एक मॉक ड्रिल टाइप का था इसमें ड्रोन से भी अभ्यास किया गया है और ये अभ्यास था त्योहारो को सकुशल संपन्न कराने का तथा पब्लिक में कॉन्फिडेंस पैदा करने का कि पुलिस उनके साथ है।”