PM Modi: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अभिधम्म दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी पाली भाषा के महत्व पर अपने विचार रखेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि मोदी बुद्ध धम्म की समृद्ध विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों पर बोलेंगे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 3 अक्टूबर को मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने को मंजूरी दे दी। यही दर्जा पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषा को भी दिया गया है।
पीआईबी कल्चर ने एक्स पर कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के विज्ञान भवन में अंतर्राष्ट्रीय अभिधम्मदिवस और पाली को एक शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देने के उत्सव में भाग लेंगे। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री अभिधम्म दिवस के महत्व, पाली भाषा के महत्व और बुद्ध धम्म की समृद्ध विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए की जा रहीं सरकारी कोशिशों के बारे में बताएंगे।
इसमें कहा गया है कि हाल ही में चार अन्य भाषाओं के साथ पाली को एक शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता मिलने से इस साल के अभिधम्म दिवस समारोह का महत्व बढ़ गया है क्योंकि भगवान बुद्ध की शिक्षाएं मूल रूप से पाली भाषा में उपलब्ध हैं।
इसमें कहा गया, “अभिधम्म दिवस भगवान बुद्ध के तैंतीस दिव्य प्राणियों के दिव्य क्षेत्र (तवतिम्सा-देवलोक) से संकासिया में अवतरण की याद दिलाता है, जिसे आज उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में संकिसा बसंतपुर के रूप में जाना जाता है।” उस वक्त के अशोकन हाथी का स्तंभ आज भी बसंतपुर में मौजूद है।