Bhoot mela: मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के किनारे हर साल इसी वक्त के आसपास भूत मेला लगता है, हरदा में नदी के तट पर श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को पूर्वजों को याद करने के लिए ‘भूत मेला’ लगता है।
मान्यता यह है कि इस दिन नर्मदा का पानी जादुई हो जाता है और जो कोई भी इसमें डुबकी लगाता है, उसे तकलीफों से छुटकारा मिल जाता है, यहां भूतों को ‘भगाने’ के लिए लोग कुछ डरावने तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।
मेले में कम से कम एक लाख लोग अंधविश्वास या विश्वास के साथ आत्माओं से प्रार्थना करने के लिए इकट्ठा होते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि “आज की रात हम गांव से आते हैं, इसको ‘भूतड़ी अमावस’ कहते हैं और दूर-दूर से लोग पुरानी परंपरा, पहले सुबह छह बजे से चल देते थे पैदल और यहां आके गांव की भाषा में इसको धाम लगाते हैं और पूरा आनंद लेते हैं और बाबा हमको नचाते हैं।”
हंडिया गांव के उप तहसीलदार ने बताया कि “यह सर्व पितृ मोक्ष अमावस पर पर्व मनाया जाता है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान वगैरह के लिए आते हैं, तो इसमें अपन ने राजस्व की, पटवारियों की टीम, पुलिस प्रशासन के जवान, होमगार्ड के जो भी गोताखोर और एसडीआरएफ की टीमेें और नगर और ग्राम सुरक्षा समिति के लगभग 127 सदस्य। ऐसे कुल मिलाकर पुलिस और प्रशासन के लगभग 200-250 लोग व्यवस्था में रात से लगे हुए हैं और स्नान प्रारंभ हो चुका है और श्रद्धालु सब स्नान कर रहे हैं और धीरे से समापन की ओर यानी विदाई होती जाएगी और आगे जो भी और श्रद्धालु दिन में आने वाले हैं 11-12 बजे तक, उनके लिए सतत ऐसी व्यवस्था बनी रहेगी।”