Kangana: बीजेपी नेता कंगना रनौत का यू-टर्न, कृषि कानूनों पर दिए अपने बयान को लिया वापस

Kangana: बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने किसान कानूनों पर दिए बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजी राय थी, पार्टी का स्टैंड नहीं, कंगना कहा कि 2021 में रद्द किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की उनकी मांग उनकी निजी राय थी। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनके बयान से कई लोग निराश हुए हों, जिसके लिए उन्हें खेद है।

हालांकि कंगना ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है। मंडी सांसद ने कहा कि कृषि कानून को लेकर दिए गए बयान से अगर किसी को ठेस पहुंचा है तो वे अपने शब्द वापस लेती हैं।

मंडी जिले में कार्यक्रम के दौरान ने कंगना रनौत कहा था कि कि तीन कृषि कानूनों का विरोध केवल कुछ राज्यों में हुआ था। उन्होंने कहा था कि भारत की प्रगति में किसान मजबूती का स्तंभ हैं। केवल कुछ राज्यों में ही उन्होंने कृषि कानूनों का विरोध किया था। मैं हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि किसानों के हित में कृषि कानूनों को वापस लाया जाए, लेकिन उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि किसान कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और वे उन बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।

सांसद कंगना रनौत ने कहा कि “पिछले बीते कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे कृषि कानून पर कुछ सवाल किए और मैंने ये सुझाव दिया कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने का प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश है। जब कृषि कानून प्रपोज्ड हुए थे तो हम बहुत सारे लोगों ने इसका समर्थन किया था लेकिन बड़ी ही संवेदनशील से और सहानुभूति से हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने कानून वापस ले लिए और ये सब कार्यकर्ताओं का कतर्व्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखे। मुझे ये बात भी ध्यान रखनी होगी कि मैं अब एक कलाकर नहीं हूं, बीजेपी की कार्यकर्ता हूं। मेरे ओपिनियन अपने नहीं होने चाहिए वो पार्टी का स्टैेंड होना चाहिए। तो अगर मैं अपने शब्दों से किसी को निराश किया है, मुझे खेद रहेगा। मैं अपना शब्द वापस लेती हूं।”

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