Budgam: बडगाम में उमर अब्दुल्ला और पीडीपी उम्मीदवार में करीबी मुकाबले की उम्मीद

Budgam: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का प्रचार थमते ही वोटिंग डे का इंतजार शुरू हो गया है, दूसरे चरण में बडगाम में भी वोटिंग होनी है। बडगाम सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर मेहदी से कड़ी चुनौती मिल रही है।

उमर अब्दुल्ला, उम्मीदवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस “कई सारे ऐसे घर हैं, जहां से नौजवानों को उठाकर जम्मू कश्मीर से बाहर जेलों में रखा गया है। इन सब चीजों को लेकर लोग चाहते हैं कि इनका इलाज हो। बिजली, सड़क, पानी जैसे तमाम मुद्दोें का ये हल चाहते हैं इसलिए ये जलसों में आ रहे हैं। 25 सितंबर को भी ये लोग वोट डालकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।”

उमर अब्दुल्ला को तीन बार के बडगाम विधायक और श्रीनगर से मौजूदा सांसद आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी का भरपूर समर्थन मिल रहा है लेकिन पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर मेहदी के पिता आगा हसन इस इलाके के जाने-माने शिया नेता नेता हैं। इसका फायदा भी आगा सैयद मुंतजिर मेहदी को मिलना तय माना जा रहा है।

आग सैयद मुंतजिर मेहदी, पीडीपी उम्मीदवार, बडगाम जिस तरह से वे (उमर अब्दुल्ला) अपने आप को पेश कर रहे हैं ऐसा लगता है कि जम्मू कश्मीर के सभी सीटों के लोग कहते हैं कि यहां आएं, यहां आए लेकिन सच्चाई ये है कि यहां के लोग नहीं चाहते कि वो (उमर अब्दुल्ला) यहां आएं। वो जबरन यहां पर घुसपैठ कर रहे हैं लेकिन जो फैसला लोगों ने मुझे दिया है, मुझे नहीं लगता कि वो भरोसा लोगों ने उन्हें दिया है।”))

तमाम वादों और दावों के बीच बडगाम के लोगों को इस चुनाव में वास्तविक बदलाव की उम्मीद है, वोटरों के लिए अहम मुद्दों में हाउस टैक्स, महंगी बिजली, वाटर सप्लाई में कटौती और खराब परिवहन शामिल हैं। वोटरों को उम्मीद है कि नई सरकार उन्हें इन परेशानियों से निजात दिलाएगी।

निसार अहमद, निवासी, बडगाम हमारे यहां सड़कों की समस्या है। ये समस्या पूरे जिले में है। यह सभी क्षेत्रों को प्रभावित करती है। हमारी लड़कियां ढाई किमी दूर बडगाम जिले में स्थित डिग्री कॉलेज में पढ़ती हैं। उन्हें पैदल यात्रा करनी होती है और रास्ते में दो सेना शिविरों को पार करना होता है। इस साल ज्यादा बेरोजगारी है और शिक्षित युवा बिना किसी रोजगार की वजह से जगह-जगह भटक रहे हैं। पिछले दस सालों से कोई नौकरियां नहीं मिल रही हैं।

जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर भी मिली जुली प्रतक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग मानते हैं अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद विकास हुआ है जबकि कुछ लोगों को पूर्ण राज्य का दर्जा खत्म किए जाने का अफसोस है, बडगाम उन 26 सीटों में शामिल है जहां 25 सितंबर को दूसरे फेज में वोट डाले जाने हैं, तीसरे और अंतिम चरण की वोटिंग एक अक्टूबर को होगी और नतीजे आठ अक्टूबर को आएंगे।

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