Bihar: बिहार के पटना जिले में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया, उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, यह घटना हाल के दिनों में बिहार के कई जिलों में 12 से ज्यादा पुलों और पुलों के ढह जाने की बैकग्राउंड में सामने आई है।
बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु’ के निर्माण की देखरेख बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (बीएसआरडीसीएल) की तरफ से की गई है। “यह घटना बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के गार्डर के बीयरिंग बदलने के दौरान हुई। पिलर पर गार्डर रखते समय उनमें से एक गिर गया।
बीएसआरडीसीएल के मुख्य महाप्रबंधक प्रबीन चंद्र गुप्ता ने पीटीआई-वीडियो को बताया, “बेयरिंग बदलना एक रेगूलर प्रक्रिया है। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। हम चल रहे काम का निरीक्षण करने के लिए मौके पर जा रहे हैं।”
सूत्रों ने बताया कि परियोजना का निर्माण पिछले कई सालों से चल रहा है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जून 2011 में 5.57 किलोमीटर लंबे बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के निर्माण की आधारशिला रखी थी, परियोजना की कुल लागत 1,602.74 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
प्रोजेक्ट मैनेजर मोहन सिंह ने कहा कि “गार्डर यह गिरा नहीं है, गार्डर को हम डिस्मेंटल कर रहे हैं उसको रिप्लेस कर रहे हैं। ये दिसंबर 2026 तक ये कंप्लीट हो जाएगा। गुणवत्ता को लेकर हम खुद जागरुक हैं। आप देख सकते हैं कि अगर गुणवत्ता को लेकर होना था तो हम इस गार्डर को रिप्लेस करने की जरूरत नहीं थी। ऑलरेडी हमारे गार्डर कास्ट किए हुए थे हम उस पर स्लिप डाल सकते थे ना, लेकिन हम उस गार्डर को नए गार्डर के साथ रिप्लेस कर रहे हैं उसकी गुणवत्ता को सही करने के लिए, तो जो भी वीडियो वायरल हो रहे हैं। वो सत्य को बिल्कुल भी नहीं जानते है। उन्होंने जो देखा वो अपने नजरिए से समझे में आ रहा है वो बता रहे हैं लेकिन इसका हकीकत यही है कि इस पुराने गार्डर को हम नए गार्डर के साथ रिप्लेस कर हैं। ये उसके दौरान ही गिरा है। हम लोग उसको डिस्मेंटल कर रहे हैं।”
इस पर उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि “नहीं कहीं कुछ कोई मामला ही नहीं है। पूर्ण रूप से नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में पूरी तरह व्यवस्था खड़ी है और लगातार मॉनिटरिंग करके बिहार में अच्छी सड़क और अच्छे स्कूल बनाने का काम किया जा रहा है।”