Bihar: बिहार के समस्तीपुर में गंगा नदी का स्तर बढ़ने से कई गांव पानी में डूब गए हैं, बाढ़ का पानी कई घरों में घुस गया है। लोगों को मजबूरन ऊंची जगहों पर पनाह लेनी पड़ रही है, लोग खाने-पीने और दूसरे सामानों के लिए भारी जद्दोजहद कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन कोई मदद नहीं पहुंचा रहा है, लोकल प्रशासन ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि बचाव और राहत अभियान जारी है और नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
प्रशासन ने आरोपों से इनकार किया है, उसका दावा है कि बचाव और राहत काम जारी है। वह बाढ़ से नुकसान का आकलन कर रहे हैं, प्रशासन बाढ़ पर नजर रखे हुए है, लोगों को उम्मीद है कि बाढ़ का पानी कम होने पर हालात जल्द ठीक हो जाएंगे।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “जिला प्रशासन के द्वारा कोई सुनवाई नहीं हुई है, यहां कैंटीन की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है यहां पर अभी तक न एनडीआरएफ की टीम नहीं आई है जिला स्तरीय ऊपर और कोई चीज की व्यवस्था नहीं हो पाी है। जो भी व्यवस्था हुई है वो हमारे मुखिया जी की तरफ से हुई है।
ग्राम प्रधान महेश राय ने कहा कि “प्रशासन के द्वारा कोई भी व्यवस्था इस क्षेत्र में नही हुई है। माल का, न जाल की कोई व्यवस्था ही नहीं हुई है प्रशासन द्वारा। बहुत ही स्थिति दयनीय है। लोग बेघर हो गए है, घर में पानी घुस गया। सब आदमी बाहर भाग रहे हैं।”
इसके साथ ही समस्तीपुर एडीएम का कहना है कि “हम लोग नाव का प्रंबधन किए हैं मोहनपुर में हमारा 36 नाव चल रहा है, कुल मिलाकर हमारे जिला में 78 नाव का परिचालन हो रहा है। आवश्यकतानुसार लोगों को पोलिथीन वितरण किया जा किया है। कुछ मवेशी का पलायन हुआ है पानी वालों क्षेत्रों से तो मवेशी की भी चारा की व्यवस्थ्या की गई है, इसका हम आंकलन कर रहे हैं कि आगे क्या व्यवस्था करना है जल के विस्तार के अनुसार हम लोग आंकलन करके बेहतर कार्रवाई करेंगे।”