Prayagraj: हजारों की संख्या में प्रतियोगी छात्र-छात्राएं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे। विरोध जताने पहुंचे लोगों का कहना है कि 2019 के बाद से कोई भी शिक्षक भर्ती नहीं आई है। उनके मुताबिक आयोग को एक कैलेंडर जारी करना चाहिए, ताकि ये पता चल सके कि परीक्षा की पूरी प्रक्रिया कब तक पूरी हो जाएगी।
कई प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया को लेकर अनिश्चितता की वजह से वे अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बार-बार भरोसा दिए जाने के बावजूद उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
टीचर बनने की आस लगाए प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का कहना है कि जब तक उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से कोई लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक उनका यह धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि “प्रयागराज में ये विद्यार्थियों का पिछले छह वर्षों से ये संघर्ष चल रहा है और लक्ष्य ये रखा गया था कि हमारी जो मांग है, पिछले लंबे समय से विद्यार्थियों की कि शिक्षक भर्ती को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार का क्या निर्णय है और क्या संकल्प है। लक्ष्य तो ये है कि 50 हजार या उससे अधिक संख्या में विद्यार्थी यहां पर पहुंचे हुए हैं और ये धरना जारी रहेगा जब तक सरकार की तरफ से या आयोग की तरफ से विद्यार्थियों को कोई आश्वासन नहीं मिल जाता है कि उनके भविष्य को लेकर सरकार क्या काम कर रही है।”
इसके साथ ही कहा कि “शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे हैं जो कि कई बार हमें आश्वासन दिया गया है, हम लोग लखनऊ भी जा चुके हैं। जब तक हम लोगों को कोई आश्वासन नहीं मिल जाता ये धरना लगातार जारी रहेगा। नई शिक्षक भर्ती को लेकर बच्चे हर जिले से आए हुए हैं, कहीं भी हम लोगों का जितना ग्रुप है सभी को सूचना गई थी। बच्चो कई दिनों से लगातार बोल रहे थे कि कहां पर हमें आना है और कहां पर क्या किया जाए। पूरी रणनीति के साथ धरना जारी रहेगा, कभी भी इसको खत्म नहीं किया जाएगा जब तक कोई आश्वासन सरकार से नहीं मिल जाता है।”