Bharat Mandapam: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जल संरक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पानी की प्रत्येक बूंद मोती के समान मूल्यवान है और इसका सोच-समझकर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति ने आठवें भारत जल सप्ताह सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पौधारोपण के जरिये भूजल को बढाने की अहमियत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि हमें पौधारोपण कर भूजल स्तर को बढ़ाना चाहिए। हर मां के नाम पर लगाया गया हर पेड़ उसकी विरासत के लिए सम्मान होगा। मुर्मू ने कहा कि बूंद-बूंद से सागर बनता है, इसलिए पानी बचाना हर किसी की जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति ने टिकाऊ भविष्य के लिए जल प्रबंधन में सामुदायिक भागीदारी की जरूरत पर भी बात की, उन्होंने जल जीवन मिशन के जरिए सरकार के किए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि खासकर 2021 से अहम बदलाव लाए गए हैं, जब स्थानीय स्तर पर पानी की कमी को दूर करने के लिए अभियान शुरू हुए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि “इस भारत जल सप्ताह 2024 का लक्ष्य है, जल विकास और प्रबंधन, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, आपने सही माध्यम चुना है। भागीदारी और सहयोग का सही माध्यम चुना है, वो माध्यम है साझेदारी और सहयोग अर्थात सभी लोगों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो।”