Ayodhya: सूर्यवंशी राम की नगरी अयोध्या बनेगी सोलर सिटी, देश के 17 शहरों में शामिल

Ayodhya: केंद्र सरकार ने अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी बनाने का फैसला किया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट में अपने संबोधन के दौरान इसका ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या के हर घर, हर दफ्तर और पब्लिक प्लेस को सौर ऊर्जा से ऑपरेट करने की कोशिश की जा रही है।

सरकार ने भारत में ऐसे 17 शहरों की पहचान की है जिन्हें सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा, खास बात यह है कि अयोध्या उन शहरों में से एक है। केंद्रीय न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि सरकार को सोलर, विंड और ग्रीन हाइड्रोजन समेत ग्रीन एनर्जी के सेक्टर में निवेश करने से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है।

केंद्र सरकार घरेलू खपत के लिए सोलर एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ चला रही हैं, इस योजना का मकसद 2030 तक देश की ऊर्जा क्षमता को 200 गीगावाट से बढ़ाकर 500 गीगावाट करना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “अयोध्या जो स्वर्गीय मुंशी भगवान राम की जन्मभूमि है, वो पूरा अयोध्या मॉडल सोलर सिटी बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। करीब-करीब काम पूरा होने आया है। हमारा प्रयास है अयोध्या का हर घर, हर कार्यालय, हर सेवा सौर शक्ति से चले। सोलर एनर्जी से चलेगी और मुझे खुशी है कि अयोध्या की नगरी को, अयोधया के घरों को सोलर एनर्जी से जोड़ चुके हैं। अयोध्या में बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट्सहै, सोलर चौराहे हैं, सोलर बोर्ड्स हैं, सोलर बोट, सोलर वाटर एटीएम, सोलर बिल्डिंग देखा जा सकती है।”

केंद्रीय न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि “हमें 2030 तक 500 गीगावाट के अपने लक्ष्य का समर्थन करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ डेवलपर्स, मैन्युफैक्चरर, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से भी काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। डेवलपर्स ने 570 गीगावाट क्षमता वृद्धि के लिए प्रतिबद्धता जताई है।”

 

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