Jammu: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान वोटरों और पोलिंग स्टाफ की चाक-चौबंद सुरक्षा के लिए सीमा से सटे राजौरी जिले में खास बंदोबस्त किए जा रहे हैं, राजौरी जिले का 100 किलोमीटर से ज्यादा इलाका पाकिस्तान सीमा से लगा है, यह इलाका सीमा पार से बार-बार होने वाली गोलाबारी का चश्मदीद रहा है।
चुनाव के दौरान गोलाबारी की आशंका को देखते हुए बंकर बनाए गए हैं, जहां लोग सुरक्षित रह सकें। बूथ लेवल ऑफिसर विकास शर्मा ने कहा कि “सबसे पहली बात तो हमारा जो पोलिंग स्टेशन है ये हमारा बॉर्डर एरिया पर हैं, यहां पर इससे पहले 2019 से पहले बहुत ज्यादा शेलिंग होती रही है, लेकिन 2019 के बाद थोड़ी सी शेलिंग रूकी यहां पर अब थोड़ा पीसफुल है, हालांकि शेलिंग के टाइम भी लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। 85 प्रतिशत से ऊपर हमारी पोलिंग होती रही है और इस बार तो एडमिनिस्ट्रेशन ने हमारे लिए बंकर आप देख रहे हैं बंकर बना हुआ है और पूरी सुविधा है।
उन्होंने कहा कि जो बंकर के पास ही खड़े हैं तो 2019 में पहले शेलिंग होती रही यहां पर अभी तो पीसफुल है, बाकी हमने सफाई अरेंज पूरा किया हुआ है अगर कोई ऐसी मिस हैपनिंग होती है तो हम बिलकुल रेडी है और कम से कम 60-70 बंदे हमारे यहां आ सकते हैं। यहां पर पोलिंग भी हो सकती है।
बंकरों के अलावा जिला प्रशासन वोटिंग के लिए खास कर्मचारियों को तैनात कर रहा है। राजौरी डीसी अभिषेक शर्मा ने कहा कि तो यह बूथ लेवल ग्रुप एक्टिविटी है, विलेज डेवलपमेंट फील्ड फंक्शनरी है वो सब लोग सभी जितने भी वहां के लोग हैं, उनको इंशोर करवाते हैं, उनको इन्फॉर्म करते हैं, अवेयर करते हूं कि वोटिंग जो पोलिंग स्टेशन है वो कहां होगा ऑलटरनेट इन केस एनी इमरजेंसी पोलिंग स्टेशन कहां होगा। हमारा ट्रांसपोर्टशन प्लान स्मूथ हो। हमारी वहां ईवीएम की पहुंच आसानी से हो जाएं। वहां पर सारे बेसिक अरेंजमेंट बेहतर हो, इस पर खास फोकस किया जा रहा है एक बेसकली नोडल ऑफिसर इसी पर्पस के लिए अपॉइंट किया गया है जिनका काम इन 51 पुलिंग स्टेशन की मॉनिटरिंग करना है।
लोगों का कहना है कि बेशक सीमा पार से चुनाव में रुकावट का खतरा है, फिर भी वे दस साल बाद होने वाले चुनाव को लेकर उत्साहित हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि “हम सीमा के रहने वाले निवासी हैं ये जो आप बॉर्डर देख रहे हो ये पूरा बॉर्डर है। यहां पर गोली भी आती है और ये हमारा पोलिंग स्टेशन है कलसिया का इसके अंदर फायरिंग आता है। यहां पर बंकर है इस बंकर कि वजह से हम आज पोलिंग स्टेशन पर सेफ हैं। जो भी पोलिंग होगी और पोलिंग यहां पर 70-80 परसेंट होती होती है, या कंफर्म है और लोग बढ़ चढ़ कर वोट देते हैं और बहुत अच्छा बीएलओ हैं वो बहुत अच्छे से जॉब देते हैं और हमेशा साथ देते हैं, कुछ भी हो तैयार रहते हैं।”
बता दें कि राजौरी में पांच विधानसभा सीट हैं। यहां 25 सितंबर को दूसरे दौर में वोटिंग होगी, 90 सदस्यों वाली जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए 18 सितंबर से एक अक्टूबर तक तीन दौर में वोटिंग होगी, वोटों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।