Jammu: शोपियां में पहले चरण में 18 सितंबर को होगी वोटिंग, लोकल मुद्दे हावी

Jammu: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के पहले चरण में 18 सितंबर को 24 सीटों पर वोटिंग होनी है, शोपियां में भी पहले फेज़ में वोट डाले जाएंगे, लंबे समय से आतंकी हमलों से परेशान शोपियां की जनता 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनावों का बेसब्री से इंतजार कर रही है।

शोपियां अपने सेब के बागानों के लिए मशहूर है, सेब व्यापार से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि चुनाव के बाद सेब के व्यापार के लिए कुछ अच्छे कदम उठाए जाएंगे, शोपियां में चुनावी मुकाबला बहुत रोमांचक है, पीडीपी के यावर शफी बंदे, नेशनल कॉन्फ्रेंस के शेख मोहम्मद रफी आमने सामने हैं। टिकट न मिलने पर कांग्रेश छोड़ने वाले शब्बीर अहमद कुल्ले भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

इनके अलावा पीडीपी के पूर्व नेता राजा वहीद इंजीनियर राशिद की पार्टी अवामी इत्तेहाद के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार हैं, शोपियां की जनता स्थानीय मुद्दों पर वोटिंग की बात कर रही है। पीडीपी के यावर बंदे ने सेब किसानों के लिए थोक बाजार शुरू करने का बड़ा दांव खेला है।

शोपियां के युवा वोटरों से अपील करते हुए शब्बीर अहमद कुल्ले ने कुछ युवाओं के खिलाफ दर्ज मामलों की सही जांच कराने का वादा किया है, अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जम्मू कश्मीर में चुनावों के नतीजे आठ अक्टूबर को आएंगे।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि “पिछले 10 साल से गवर्नर राज चल रहा था, हमें उम्मीद है कि अपना कोई चीफ मिनिस्टर बने तो सहूलियत तो आती है।जम के वोट पडने की पूरी उम्मीद है क्योंकि लोग तंग आ चुके हैं जो गवर्नर राज है उसमें जो हमें सहूलियत मिलनी चाहिए वो मिलती नहीं है क्योंकि गवर्नर तो पूरा जम्मू कश्मीर कहां से देखेंगे। जो एडमिनिस्ट्रेशन है वो भी नहीं देख पाती है पूरा, जो हमारे एमपी होते हैं, एमएलए होते हैं उनके पास जाती है जनता हमारे लिए भी सहूलियत हो जाती है। रोड की वही दिक्कत है जो आज से पहले 30 साल पहले था, अभी ट्रैफिक उससे दोगुना ज्यादा हो गया है। श्रीनगर से शोपियां तक परेशानी है। दबाव ट्रैफिक का ज्यादा है यहां, कोई बीमार होता है तो वो टाइम से नहीं पहुंच पाया, रास्ते में ही मर जाता है वो, हार्ट अटैक किसी को होता है। श्रीनगर पहुंच ही नहीं पाता वो, रास्ते में ही उसका डेथ हो जाता है उसका।”

इसके साथ ही निर्दलीय उम्मीदवार राजा वहीद ने कहा कि “तो अब रशीद साहब जो न केवल शोपियां में बल्कि पूरे कश्मीर में एक नेता के रूप में उभर रहे हैं। उन्हें एक ऑप्शन के तौर पर देखा जाता है। वे उन्हें जनता के नेता के तौैर पर देखते हैं, जो अभी किसी के ना होने की वजह से ऑप्शन है। जनता रशीद को अपने संभावित नेता के रूप में देखती है।”

पीडीपी उम्मीदवार यावर बंदे ने कहा कि “जिले के विकास में प्रमुख योगदान तब दिया गया जब दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद साहब मुख्यमंत्री थे। उन्होंने जिले के विकास के लिए एक साहसिक और गंभीर नजरिया अपनाया। उन्होंने एशिया में सबसे बड़ा फल बाजार पेश किया, जिसे शोपियां की मेगा फ्रूट मंडी के रूप में जाना जाता है। केवल के लिए उत्पादकों को लाभ पहले, उत्पादकों को देश भर के बाजारों में जाना पड़ता था, लेकिन अब सबसे बड़े फल एजेंट या कमीशन एजेंट सीधे शोपियां आते हैं और वे बगीचों और बागवानी फार्मों से सीधे फल खरीदते हैं।”

 

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