Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उन पौराणिक जगहों को विकसित करने की प्लानिंग कर रहा है जिनका जिक्र रामायण में मिलता है। इस कोशिश का मकसद शहर में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।
रामायण में जिक्र की गई जगहों, जैसे कुबेर किला, नल और अंगद टीला को खूबसूरत बनाया जा रहा है, पुजारियों ने इन पौराणिक जगहों को संरक्षित करने की मंदिर ट्रस्ट की पहल का स्वागत किया है। ट्रस्ट की योजना रामायण में जिक्र किए गए पेड़-पौधे लगाने की भी है।
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन इस साल जनवरी में हुआ था। उसके बाद तीर्थ नगरी में लाखों श्रद्धालुओं का आना हुआ है। अनिल मिश्रा, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट “विषय है, जैसे अंगद टीला, जो पीएफसी कोर्ट के सामने कोर्टयार्ड के बगल में पड़ता है, उसको कैसे अच्छे ढंग से बनाया जाए। उसकी डिजाइनिंग करने के लिए, उसकी सज्जा कैसे होगी, इसकी तैयारी और साथ ही साथ जो नल टीला है, उस टीले को भी कैसे अच्छा बनाया जाए। उसकी डिजाइनिंग, ड्राइंग करने के लिए डीएमआर, जो ख्याति नाम की संस्था है, उसको कहा गया है।”
सरयू नित्य आरती अध्यक्ष महंत शशिकांत दास “राम मंदिर के बाद में आप जो है, जो ऐतिहासिक धरोहरें हैं यहां, जैसे अंगद टीला है और नल-नील का जो है, ये सब जो है, उसको नए सिरे से स्थापित किया जा रहा है। जहां उसकी केवल स्मृतियां शेष बची थीं, सब जीर्ण-शीर्ण हो गया था, अब वहां फिर से दिव्य-भव्य महल बनाया जाएगा। तो इससे जो है, संस्कृति जीवंत हो रही है।”