Kolkata: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में विवाद अभी भी थमा नहीं है, सीएम ममता बनर्जी और प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स के बीच बैठक नहीं हो पाई। दरअसल डॉक्टर्स सीएम आवास गए थे, लेकिन बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग पर सहमति न बन पाने के चलते डॉक्टर्स सीएम के साथ बैठक किए बिना ही वापस लौट गए।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने लगातार छठे दिन सॉल्टलेक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर धरना जारी रखा, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और कोलकाता पुलिस के एसएचओ अभिजीत मंडल को अरेस्ट कर लिया है, इससे पहले डॉ. संदीप घोष को वित्तीय धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
अब सीबीआई ने कोलकाता रेप और मर्डर मामले में एफआईआर दर्ज करने में देरी और सबूत गायब करने के आरोप में डॉ. संदीप घोष को अरेस्ट किया है, घोष के साथ ही सीबीआई ने एसएचओ अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया है, अभिजीत मंडल ताला पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) के पद पर तैनात हैं।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि “सरकारी अधिकारियों ने कहा कि वो बैठक में हमारे वीडियोग्राफर को नहीं चाहते थे। हमने कहा कि वो अपने वीडियोग्राफर को रख सकते हैं और हमारे प्रतिनिधि बैठक की रिकॉर्डिंग की जांच करेंगे। लेकिन वो नहीं माने। इसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री स्वयं आईं और कहा कि वो हमें लिखित में बैठक का समय बताएंगी। हमने चर्चा के लिए केवल पांच मिनट का समय मांगा। केवल तीन मिनट में फैसला लिया और मुख्य सचिव से बैठक के लिए पूछने गए। चंद्रिमा भट्टाचार्य और मुख्य सचिव ने कहा कि हमारा समय समाप्त हो गया है। इसलिए हमें वापस जाना चाहिए। हम वहां ढाई घंटे से ज्यादा समय से बैठे थे। हम 30-36 दिनों से विरोध कर रहे हैं। हम दो से तीन घंटे तक बैठे रहे। सरकार ने खुद ही बैठक रद्द कर दी।”