Shimla: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश से 126 सड़कों पर पानी भर गया और राजधानी से पेड़ उखड़ने की खबरें सामने आईं, मौसम विभाग के शिमला सेंटर ने अगले दो दिनों के लिए राज्य में अलग-अलग जगहों पर आंधी और बिजली गिरने के साथ मूसलाधार बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक, सोमवार सुबह लगभग 41 सड़कें बंद थीं और मंगलवार को ये आंकड़े बढ़कर 126 हो गए,क्योंकि बारिश की वजह से भूस्खलन और पेड़ उखड़ गए, शिमला शहर में मूसलाधार बारिश के बाद टॉयलैंड के पास पेड़ उखड़ जाने से स्कूल और दफ्तर जाने वालों को सुबह के समय काफी दिक्कतोें का सामना करना पड़ा।
शिमला जिले में कुल 41 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं, बद्दी से बुनियादी ढांचे, खासकर सड़कों को नुकसान की खबरें भी आई हैं। कुल 126 बंद सड़कों में से सबसे ज्यादा 50 मंडी में बंद हैं, इसके बाद सोलन में 12, कांगड़ा में 10, कुल्लू में छह, सिरमौर में चार, ऊना, किन्नौर, लाहौल और स्पीति जिलों में एक-एक बंद है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि इसके अलावा, राज्य भर में 1,191 बिजली और 27 वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट भी बाधित हैं। मौसम के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार शाम पांच बजे से पिछले 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में मध्यम बारिश देखी गई, जबकि शिमला शहर के उपनगरीय इलाके जुब्बरहट्टी में मंगलवार शाम तक 101 मिलीमीटर की सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
जुब्बरहट्टी के बाद कहो में 83 मिलीमीटर, कुफरी में 73 मिलीमीटर, शिमला में 72.8 मिलीमीटर, नारकंडा में 62.5 मिलीमीटर, पच्छाद में 59 मिलीमीटर, चौपाल में 42.6 मिलीमीटर, नगरोटा सूरियां में 42.2 मिलीमीटर, सोलन में 42.4 मिलीमीटर, सुंदरनगर में 40.1 मिलीमीटर, नाहन में 27.4 मिलीमीटर और बिलासपुर में 26 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में अब तक बारिश की कमी 23 प्रतिशत है और राज्य में औसत 591.8 मिलीमीटर के मुकाबले 453.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। अधिकारियों ने कहा कि मानसून की शुरुआत से लेकर सोमवार तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 144 लोगों की मौत हो गई है और राज्य को 1,217 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, शिमला जिले का नारकंडा राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां न्यूनतम तापमान 11.4 मिलीमीटर डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ऊना 34 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म जगह रहा।