London: पुराने हिंदी फिल्मी गानों में नई जान फूंकेगा ‘लंदन बॉलीवुड ऑर्केस्ट्रा’

London: ब्रिटेन में पुराने हिंदी फिल्मी गाने नए अंदाज में सुनाने के लिए “लंदन बॉलीवुड ऑर्केस्ट्रा” तैयार है, ऑर्केस्ट्रा में ऐसे प्रतिभाशाली लोग होंगे, जो भारत के कुछ सबसे मशहूर संगीतकारों के गानों को अपनी आवाज देंगे, लंदन बॉलीवुड ऑर्केस्ट्रा का उद्घाटन शो पांच अक्टूबर को पूर्वी लंदन के विल्टन म्यूजिक हॉल में होगा। ये हॉल 1850 के दशक की ऐतिहासिक जगह है। इसका इस्तेमाल अक्सर फिल्मी सेट के रूप में किया जाता है।

म्यूजिक डायरेक्टर टिम पॉटर ने कहा, “जब आप लाइव गाना गा रहे होते हैं, तो सब कुछ आसान होता है। पुराने बॉलीवुड ट्रैक में घबराहट होती थी, क्योंकि उन्हें अक्सर बहुत कम समय में सैंकड़ों कलाकारों के साथ बहुत कम संख्या में माइक्रोफोन के साथ रिकॉर्ड किया जाता था। लेकिन लंदन बॉलीवुड ऑर्केस्ट्रा उन्हें नए और जादुई रूप में मंच पर लाएगा। हम एक अलग शो चाहते थे जो हमें 1940 के दशक से लेकर अभी तक का संगीत नए रूप में मिले।” ये प्रोजेक्ट बेल्जियम में जन्मे लंदन के संगीतकार की सोच है। उन्होंने नब्बे के दशक के शुरू में बर्मिंघम सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा (सीबीएसओ) के म्यूजिक शो में ए. आर. रहमान के साथ काम किया है।

इसके बाद उन्होंने मोहम्मद रफी के एल्बम, सोनू निगम के साथ कॉन्सर्ट सीरीज, राहत फतेह अली खान के शो और बीबीसी में आर. डी. बर्मन को समर्पित शो के लिए काम किया। पिछले साल जुलाई में लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रॉम के नाम से मशहूर बीबीसी के सालाना ऑर्केस्ट्रा शो ‘लता मंगेशकर: बॉलीवुड लीजेंड’ कॉन्सर्ट उनकी ताजा पेशकश थी। टिम पॉटियर ने कहा, लाइव शो हमेशा उत्साहजनक होता है। हम उस उत्साह को जारी रखना चाहते हैं। इसलिए हमने ऐसा संगीतमय शो तैयार करने के बारे में सोचा, जो अपने साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ सके। विल्टन का इस्तेमाल फिल्म सेट के रूप में होता है। म्यूजिक हॉल के रूप में इसका इतिहास बेहद समृद्ध है। सैकड़ों साल पहले ये नाविकों की पसंदीदा जगह थी। ये बॉलीवुड संगीत कार्यक्रम के लिए बिल्कुल सटीक जगह है। ये 1960-70 के दशक के जादुई दौर की वापसी कर सकता है, जिस दौर में आर.डी. बर्मन, शंकर-जयकिशन और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जैसे अद्भुत संगीतकार थे।”

बॉलीवुड गानों के बारे में उन्होंने कहा, “बॉलीवुड संगीत में काफी विविधता है। कई गाने हिंदुस्तानी परंपरा से प्रभावित हैं। 1960-70 के दशक के ज्यादातर पॉप और फंक से प्रभावित गाने हैं। मुझे लगता है कि बॉलीवुड के संगीत में हर किसी को आकर्षित करने के लिए काफी कुछ है।” म्यूजिक डायरेक्टर टिम पॉटर ने कहा कि “जब आप लाइव गाना गा रहे होते हैं, तो सब कुछ आसान होता है। पुराने बॉलीवुड ट्रैक में घबराहट होती थी, क्योंकि उन्हें अक्सर बहुत कम समय में सैंकड़ों कलाकारों के साथ बहुत कम संख्या में माइक्रोफोन के साथ रिकॉर्ड किया जाता था। लेकिन लंदन बॉलीवुड ऑर्केस्ट्रा उन्हें नए और जादुई रूप में मंच पर लाएगा। हम एक अलग शो चाहते थे जो हमें 1940 के दशक से लेकर अभी तक का संगीत नए रूप में मिले।”

“बॉलीवुड संगीत में काफी विविधता है। कई गाने हिंदुस्तानी परंपरा से प्रभावित हैं। 1960-70 के दशक के ज्यादातर पॉप और फंक से प्रभावित गाने हैं। मुझे लगता है कि बॉलीवुड के संगीत में हर किसी को आकर्षित करने के लिए काफी कुछ है। विल्टन जैसी जगह में वास्तव में मिश्रित श्रोतागण होंगे, वे लोग जो केवल संगीत के बारे में उत्सुक हैं और फिर वास्तविक प्रशंसक होंगे जो अपने पसंदीदा को सुनकर उत्साह लाएंगे। विल्टन जैसी जगह में मिली-जुली पसंद वाले दर्शक होंगे। इनमें संगीत पसंद करने वाले होंगे। उन्हें जब अपने पसंदीदा संगीत का पता चलेगा तो वे उत्साहित होंगे। लाइव शो हमेशा उत्साहजनक होता है। हम उस उत्साह को जारी रखना चाहते हैं। इसलिए हमने ऐसा संगीतमय शो तैयार करने के बारे में सोचा, जो अपने साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ सके। विल्टन का इस्तेमाल फिल्म सेट के रूप में होता है। म्यूजिक हॉल के रूप में इसका इतिहास बेहद समृद्ध है। सैकड़ों साल पहले ये नाविकों की पसंदीदा जगह थी। ये बॉलीवुड संगीत कार्यक्रम के लिए बिल्कुल सटीक जगह है। ये 1960-70 के दशक के जादुई दौर की वापसी कर सकता है, जिस दौर में आर.डी. बर्मन, शंकर-जयकिशन और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जैसे अद्भुत संगीतकार थे।”

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