Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट ने राम दरबार के लिए दो तरह की मूर्तियों की योजना का ऐलान किया है, मंदिर के पहले तल पर भगवान राम, मां जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की सफेद संगमरमर की स्थायी मूर्तियां रखी जाएंगी।
टाइटेनियम की मूर्तियां बाहर ले जाई जा सकती हैं। खास मौकों पर मंदिर के बाहर जुलूसों में इन्हें ले जाया जा सकता है, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस योजना का मकसद खास मौकों के लिए मंदिर की पवित्र परंपराओं को बनाए रखना है।
चंपत राय, महासचिव, राम मंदिर ट्रस्ट “इस धातु की भगवान राम की दरबार राम, जानकी जी, हनुमान जी, तीनों भाई, ये दरबार टाइटेनियम का बनवाया गया था क्योंकि निर्णय ये हुआ है कि अब सभी मूर्तियां सफेद संगमरमर की बनेंगी, टाइटेनियम का दरबार बनवाने वाले व्यक्ति ने वो दरबार आज ट्रस्ट को भेंट किया है या राम जन्म भूमि को राम लला को भेंट किया है।”
“हरेक मंदिर में चल मूर्तियां होती हैं, उत्सव मूर्तियां, संगमरमर की जो प्रतिमाएं बनेंगी दरबार की वो हिलाई नहीं जातीं, बहुत भारी हैं, ये हैंडल हो सकता है, दो आदमी आसानी से उठा सकते हैं। मेरे विचार से डेढ़ फुट लंबाई होगी, एक फुट चौड़ाई होगी और एक फुट सवा फुट ऊंचाई होगी। ये उत्सव मूर्ति के रूप में पहले तल पर रखा जाए, ये सुझाव आज आ गया है।”