Bangladesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख मोहम्मद यूनुस से फोन पर बातचीत की, पीएम मोदी ने बांग्लादेश के नेता यूनुस से कहा कि हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दी जाए।
पीएम मोदी से कहा कि भारत लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश का समर्थन करता है, उन्होंने कहा कि सरकार हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करे, यूनुस ने कहा कि अब देश में हालात काबू में हैं। यूनुस का भरोसा स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन आया है। स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने भाषण में कहा था कि 140 करोड़ भारतीय पड़ोसी देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
मोदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, “प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस से टेलीफोन पर बात हुई। मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत ने अपना समर्थन दोहराया।” उन्होंने कहा कि “मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, और संरक्षा का आश्वासन दिया।”
मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्टों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। उन्होंने भारतीय पत्रकारों को बांग्लादेश का दौरा करने और अल्पसंख्यक सुरक्षा के मुद्दों पर जमीनी रिपोर्ट के लिए आमंत्रित किया। यूनुस ने कहा, “जब भारतीय प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया तो मुख्य सलाहकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों सहित देश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”
उनके दफ्तर ने कहा, “यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार सभी राज्य तंत्रों को पूरी तरह कार्यात्मक और प्रभावी बनाने और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए मानवाधिकार सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। अंतरिम सरकार ने छात्र आंदोलन के परिणामस्वरूप सत्ता संभाली है। यह बांग्लादेश की दूसरी क्रांति है और उनकी सरकार छात्रों और लोगों की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं को पूरी करेगी।” पीएम मोदी ने यूनुस को 17 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि “मोहम्मद यूनुस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए सहमत हैं।”