PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ के देशों को एक-दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए और साझा लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एकजुट रहना चाहिए, वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट को वर्चुअली संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये समिट विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने का मंच बन गया है।
उन्होंने कहा कि “2022 में जब भारत ने जी20 अध्यक्षता संभाली तो हमने संकल्प लिया था कि हम जी20 को एक नया स्वरूप देंगे।वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट एक ऐसा मंच बना, जहां हमने विकास से संबंधित समस्याओं और प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा की और भारत ने ग्लोबल साउथ की आशाओं और आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं पर आधारित जी20 एजेंडा तैयार किया। एक समावेशी और विकास केंद्रित अप्रोच से जी20 को आगे बढ़ाया।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समिट अनिश्चितताओं के समय हो रही है क्योंकि दुनिया अभी भी पूरी तरह से कोविड महामारी से उबर नहीं पाई है, उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले दशक में बनाए गए वैश्विक प्रशासन और वित्तीय संस्थान इस दशक की चुनौतियों से लड़ने में असमर्थ हैं। पीएम ने कहा कि “यह समय की मांग है कि ग्लोबल साउथ के देशों को एकजुट होना होगा और एक-दूसरे की ताकत बनना होगा।”
उन्होंने कहा कि “2022 में जब भारत ने जी20 अध्यक्षता संभाली तो हमने संकल्प लिया था कि हम जी20 को एक नया स्वरूप देंगे।वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट एक ऐसा मंच बना, जहां हमने विकास से संबंधित समस्याओं और प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा की और भारत ने ग्लोबल साउथ की आशाओं और आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं पर आधारित जी20 एजेंडा तैयार किया। एक समावेशी और विकास केंद्रित अप्रोच से जी20 को आगे बढ़ाया।”