Nainital: उत्तराखंड में नैनीताल जिले के खोपी गांव में कई घरों में दरारें आ गई हैं, इलाके के लोग बताते है कि कुछ साल पहले से ही दरारें दिखाई देने लगी है। लोगों का कहना है जमीन धंसने की वजह से दरारें आईं हैं, गांव के लोगों का कहना है कि इस साल तेज बारिश की वजह से दरारें पहले से ज्यादा चौड़ी हो गईं है, जिसकी वजह से उन्हें डर सता रहा है।
खोपी गांव की परेशानी से सूबे के मुख्यमंत्री अच्छी तरह वाकिफ हैं, सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग इस मुद्दे पर विचार करेगा और इससे निपटने के लिए जरूरी सुझाव देगा। हालात को देखते हुए इलाके के लोगों ने सरकार से तुरंत कार्रवाई करने को कहा है, ताकि किसी बडे नुकसान से बचा जा सके। स्थानीय निवासियों का कहना है कि “यह जो पीछे से नाला आता है, वो नीचे से कटान करता है। हमारे बिल्कुल गांव के नीचे से तो वो कटान करता है तो सब बहा के ले जाता है तो ये बैठती है जमीन। इधर नाला और उधर हाईवे है। ये जो हाईवे है तो लोड़ पड़ता है, गाड़ियों का लोड पड़ता है तो समस्या ये है कि हर साल बैठते जाता, बैठते जाता है, बहुत से लोग तो छोड़कर चले गए हैं।”
इसके साथ ही कहा कि “अभी यह कुछ समय पहले जो बरसात हुई, उसमें दरारें काफी ज्यादा और चौड़ी हो गई हैं, जिससे काफी ज्यादा गांव में खतरा बना हुआ है। यहां पर कृषि करने वाले और पशुपालन वाले काफी ज्यादा हैं, जो न ही अपने जानवरों को छोड़कर जा सकते हैं औऱ न ही कृषि कर सकते हैं। हर साल दरारें आ रहीं, इस बार ज्यादा ही आ रही, हमको डर लगे कि कैसे रहें, क्या रहें। अब दाररें देखो, अंदर से आरपार दिख रहा है।”
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि “जहां पर भी इस प्रकार की बाते हैं, हमारा आपदा प्रबंधन उसकी पूरी तरह से जांच करवाएंगे और आंकलन करेंगे कि आखिर किस कारण से ऐसा हो रहा है।”