Sawan Shivratri: सावन शिवरात्रि के शुभ अवसर पर उत्तराखंड में हरिद्वार के शिव मंदिर बम बम भोले, जय भोलेनाथ और जय शिवशंकर जैसे जयकारों से गूंज उठे, शिवरात्रि पर देर रात से ही दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।
श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा के लिए लिए धैर्य के साथ कतार में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। माना जाता है कि सावन के महीने में शिव कनखल में अपनी ससुराल दक्ष मंदिर में रहते हैं। वहां उनकी पूजा करने वालों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, शिव भक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने भारी बंदोबस्त किए हैं।
सावन शिवरात्रि का त्योहार हिंदू चंद्र कैलेंडर के मुताबिक सावन महीने में मनाया जाता है। ये त्योहार भगवान शिव को समर्पित है, सावन शिवरात्रि सावन महीने में शुक्ल पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए श्रद्धालु उपवास करते हैं और पूजा-करते हैं।
दक्ष मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि “यह श्रावण का महीना चल रहा है, श्रावण के महीने में भगवान शिव अपने ससुराल इसी स्थान कनखल में निवास करते हैं इसलिए श्रावण के महीने में दूर-दूर से लोग भगवान शिव को गंगाजल से अभिषेक करने आते है।”
श्रद्धालुओं का कहना है कि ” यहां पर जल चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है। जो भी मांगोगे वो मिलेगा, इस मंदिर की ये मान्यता है कि ये एक सिद्ध पीठ है जो कोई भी यहां कुछ मांगता है उसको सब कुछ मिलता है।जल चढ़ाया हमने। भीड़-भाड़ बहुत ज्यादा है यहां पर। इंतजाम बहुत अच्छा है, शिव जी का ससुराल है यहां पर दक्षेस्वर महाराज रहते थे, पार्वती मैया और सती माता को यहां मायका है। यहां साल भर लोग आते रहते है मगर सावन में यहां पर पूरे महीने शिव जी विराजमान रहते है। लोग दूर-दूर से यहां से दर्शन करने आते है।”