New delhi: दिल्ली नगर निगम ने पुराने राजेंद्र नगर में कथित ‘अवैध कोचिंग सेंटर’ के खिलाफ कार्रवाई की है, देर रात तक 13 सेंटरों को सील किया गया, एमसीडी ने ऐलान किया था कि उच्च स्तरीय समिति पुराने राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट में आए बाढ़ की जांच करेगी। बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंटों की मौत हो गई थी।
यूपीएससी ऐस्पिरैंट राव स्टडी सेंटर के सामने धरने पर बैठे, उन्होंने मामले की गहराई से जांच करने और मरने वालों के परिवारों को मुनासिब मुआवजा देने की मांग की। यूपीएससी ऐस्पिरैंट अहाना का कहना है कि हम स्टूडेंट क्या डिमांड करते हैं कि आप ट्रांसपेरेंसी रखिए। आप हमें बताइए एक्चुअली में क्या हुआ है। हम तो यही डिमांड करते हैं। देखो ये तो ज्यूडिशियरी के हाथ में है, वो जो प्रोसीजर करते है,कौन-कौन गुनहगार है, सबको पकड़ा जाए। ठीक है जो भी इसमें इन्वॉल्वड हम जो डिमांड कर रहे हैं कि जो स्टूडेंट है जिनकी फैमिली है उनको प्रॉपर कंपनसेशन मिलना चाहिए। जो कंडीशन आपने यहां पर बनाई है। आगे से कोई ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। वरना कोई अपने बच्चों को नहीं भेजेगा दूर पढ़ने के लिए।
दिल्ली सरकार के मुताबिक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में नियमों के खिलाफ गतिविधियां चल रही थीं, उन्हें सील कर दिया गया है। नाराज छात्रों ने तीन आईएएस ऐस्पिरैंट की मौत के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कोचिंग संस्थानों के मैनेजमेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पिछले साल एमसीडी ने उत्तर दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिग सेंटर में आग लगने के बाद ऐसे सभी संस्थानों की जांच की थी। राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट की लाइब्रेरी में तेज बारिश के बाद शनिवार शाम पानी भर गया था। पानी में डूबने से तीन सिविल सेवा ऐस्पिरैंट की मौत हो गई थी। इनमें दो लड़कियां और एक लड़का था। कथित तौर पर बायोमेट्रिक एंट्री और एग्जिट प्वाइंट काम नहीं कर रहे थे।
सलमान, यूपीएससी ऐस्पिरैंट इसके अंदर रिस्पांसिबल जो सिस्टम है,सिस्टम के अंदर पॉलिटिकल रिप्रेजेंटेटिव एक तो वो भी रिस्पांसिबल है। दूसरी एमसीडी है और दूसरी जो इंस्टीट्यूशनल के जो इंप्रोपर मैनेजमेंट है, वो इंप्रोपर मैनेजमेंट यहां इस चीज को इफेक्ट कर रहा है। उसके लिए हमारा यही मांगना है कि इसको पब्लिक के थ्रू इस पर एक्शन लिया जाए। इनके एक्शन के इनके एफआईआर के कॉपी पब्लिक किए जाए और उनको जो विक्टिम है उसको प्रॉपर कंपनसेशन दिया जाए। उनके पूरे सिस्टम को गुनहगार मानते है, क्योंकि यहां पर जो चल रहा है। वो ब्लेम गेम चल रहा है, ठीक है। जो केंद्र सरकार है, वो आप को और आप केंद्र सरकार को दोष दे रही है कि उन्होंने ड्रेनिज सिस्टम साफ नहीं करवाया। ड्रेन को साफ नहीं करवाया इसलिए पानी आ गया। वो उनको दोष दे रहे हैं कि अरे ये नहीं सुनना। एक दूसरे को ब्लेम गेम कर रहे है, ठीक है तो जिम्मेदार यहां कि एमसीडी है, जिम्मेदार दिल्ली सरकार है।