सरकार द्वारा बजट में वायदा और विकल्प पर प्रतिभूति लेनदेन कर बढ़ाने के ऐलान के बीच इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को लगातार चौथे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। विदेशी फंड के आउटफ्लो, जून तिमाही के कॉर्पोरेट नतीजे, कमजोर ग्लोबल ट्रेंड ने भी शेयर बाजार में गिरावट को बढाने को काम किया।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 280 अंक टूटकर 80,148 पर जबकि एनएसई निफ्टी 65 अंक लुढक कर 24,413 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और अ़डाणी पोर्ट्स सबसे ज्यादा गिरे वहीं टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, सन फार्मा और पावर ग्रिड सबसे ज्यादा बढे।
बैंक और एफएमसीजी सेक्टर के शेयर नीचे रहे जबकि मीडिया, रियलिटी, कैपिटल गुड्स और पावर सेक्टर के शेयरों ने बाजार को आगे बढ़ाया। चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्केई, हॉन्गकॉन्ग का हैंग, सेंग सियोल का कोस्पी और इंडोनेशिया का जकार्ता कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाज़ार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि वॉल स्ट्रीट मंगलवार को गिरकर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 2,975 करोड़ रुपये से ज्यादा की इक्विटी बेची।