Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में देर रात आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हो गए, अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में देर रात करीब दो बजे हुई। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने एक सरकारी स्कूल में बने अस्थायी सुरक्षा शिविर पर गोलीबारी कर हमला किया।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में देर रात करीब दो बजे हुई, यहां आतंकवादियों सरकारी स्कूल को अपने छुपने का अड्डा बनाया हुआ था। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच एक घंटे से ज्यादा समय तक गोलीबारी जारी रही।
अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों की ओर से की गई गोलीबारी में सेना के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों को खत्म करने के कोशिश जारी हैं। आतंकवादियों ने एक कैप्टन समेत सेना के चार जवानों की हत्या कर दी थी, जिसके बाद देसा और आसपास के जंगलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। गुरुवार को तलाश अभियान का चौथा दिन है।
इससे पहले, मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को देसा के जंगलों में दो जगहों पर सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच कुछ देर के लिए गोलीबारी हुई। साल 2005 में आतंकवाद से आजाद हो चुके डोडा जिले में 12 जून के बाद से सिलसिलेवार आंतकी हमले देखे जा रहे हैं, जब चत्तरगला दर्रे में आतंकवादी हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
इसके अगले दिन गंडोह में हुई गोलीबारी में भी एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। इसके बाद, 26 जून को जिले के गंडोह इलाके में दिन भर चले अभियान में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया था, जबकि नौ जुलाई को घड़ी भगवा जंगल में एक और मुठभेड़ हुई थी।
इस साल की शुरुआत से अब तक जम्मू प्रांत के छह जिलों में लगभग 12 आतंकवादी हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों, एक ग्राम रक्षा गार्ड और पांच आतंकवादियों समेत कुल 27 लोग मारे गए हैं। इन मृतकों में नौ जून को रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे सात तीर्थयात्री भी शामिल हैं।