Varanasi: उत्तर प्रदेश में वाराणसी के लोकल लोग काफी वक्त से काशी विश्वनाथ मंदिर में उनके लिए अलग से एंट्री प्वाइंट की मांग कर रहे थे और अब प्रशासन ने उनकी यह मांग पूरी कर दी है। मंदिर ट्रस्ट ने नंदूफारिया के काशी द्वार से सुबह और शाम काशीवासियों को फिलहाल एंट्री देने का फैसला लिया है।
ट्रस्ट के मुताबिक काशीवासी मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए काशी द्वार से आ सकते हैं लेकिन एंट्री के लिए उन्हें लोकल एड्रेस वाला पहचान पत्र दिखाना होगा। काशीवासियों ने ट्रस्ट के इस कदम का स्वागत किया है। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि उनकी एंट्री पर से समय सीमा भी हटानी चाहिए।
वाराणसी के रहने वाले लोगों लिए इस एंट्री गेट पर अभी ट्रायल चल रहा है, मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले दिनों में जनता से मिलने वाले रिस्पॉन्स के आधार पर इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी। काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट विष्णु भूषण मिश्रा का कहना है कि “काशी विश्वनाथ मंदिर के द्वारा एक नवीन पहल की गई है कि काशीवासियों को जो यहां के स्थानीय निवासी है। उन्हें अगर प्रतिदिन दर्शन करने की अभिलाषा है।तो बहुत लंबी लाइन में बहुत समय तक ना लगना पड़े। जिससे उनके दैनिक कार्यों में बाधा ना पड़े। तो उन्हें गेट नंबर चार है। उसके दाहिने तरफ नंदू फारिया पड़ता है। वहां से प्रवेश दिया गया है। जहां से काशी का कोई भी परिचय पत्र दिखा कर आधार कार्ड, पहचान पत्र दिखाकर, गेट से प्रवेश कर सकता है।”
स्थानीय निवासियों ने बताया कि “फैसला ठीक है बस ये है कि हमें अगर रास्ता मिले तो प्रॉपर मिले। कोई टाइमिंग फिक्स ना हो उसके लिए मान लिजिए चार से पांच आप दे दिए या पांच से छह दे दिए, या सुबह तीन चार घंटे का ऐसा टाइम का लिमिट नहीं होना चाहिए क्योंकि कहीं भी मंदिर में जाते हैं, अपने मन की शांति के लिए जाते हैं। तो ऐसा नहीं है। मान लीजिए मेरे पास समय है शाम का तो मैं शाम को अवेलेबल रहूंगा। किसी के पास सुबह का है तो वह सुबह अवेलेबल रहेगा। तो टाइम का बाउंडेशन प्रभु के द्वार पर नहीं रहना चाहिए मेरे ख्याल से।”