Monsoon: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगह ऐसा है, जो बाढ़ की चपेट में आ गई है.शाहजहाँपुर में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। हालाँकि स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन लोग अभी भी बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। कई घर रहने लायक नहीं रह गए हैं और निवासियों को स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होना पड़ा है। बाढ़ ने कृषि भूमि को भी नष्ट कर दिया है और भंडारण प्रभावित होने से चारे की कमी हो गई है। इससे निवासियों की मुश्किलें बढ़ रही हैं।
भारी बारिश के कारण जो स्थिति पैदा हुई, उससे समुदाय की भावना को भी बढ़ाया है, कई लोग दूसरों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं। 700 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं क्योंकि कई नदियां अभी भी उफान पर हैं। आधिकारिक आंकड़े कहते हैं कि यूपी के 17 जिलों के 732 गांवों में बाढ़ आ गई है. प्रशासन अपनी तरफ से हर तरह के प्रयास कर रहा है ।
प्रशासन का दावा है कि उनकी टीम लगातार बाढ़ में फंसे लोगों को निकाल कर राहत केंद्रों में पहुंचा रही है। बाढ़ में फंसे लोगों का दावा है कि प्रशासन द्वारा कोई पूर्व सूचना नहीं दिए जाने से यह संकट पैदा हुआ, अन्यथा वे पहले ही सुरक्षित जगहों पर चले जाते। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि गर्रा और खनौत नदी में आई बाढ़ के चलते अजीजगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में बरेली मोड़ पर लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी पानी आने के चलते दोपहिया एवं छोटे वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है।