BSF: बीएसएफ यानी सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख नितिन अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के फैसले के मुताबिक संबंधित बलों में कांस्टेबलों के 10 प्रतिशत पद पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
एसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा कि पूर्व अग्निवीरों ने अपनी जिंदगी के चार साल सेना को दिए हैं और वह प्रशिक्षित और अनुशासित हैं, उनके मुताबिक बीएसएफ पूर्व अग्निवीरों को शॉर्ट ट्रेनिंग देने के बाद सीमाओं पर तैनात करेगी।
बीएसएफ के डीजी ने कहा कि उन्हें बीएसएफ में पूर्व अग्निवीरों की भर्ती का बेसब्री से इंतजार है, उन्होंने बताया कि पूर्व अग्निवीरों को बीएसएफ में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण और उम्र में छूट दी जाएगी। बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल का यह बयान सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की शॉर्टटर्म भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती स्कीम पर लगातार हो रही चर्चा के बीच आया है।
जून 2022 में सरकार ने तीनों सेनाओं की उम्र सीमा को कम करने के मकसद से अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की, अग्निपथ योजना में साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के युवाओं को चार साल के लिए सेनाओं में भर्ती करने का प्रावधान है, साथ ही 25 प्रतिशत अग्निवीरों को अगले 15 साल तक बनाए रखने का भी प्रावधान है।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अग्निवीर योजना पर सवाल उठाते हुए इसे खत्म किए जाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि कई केंद्रीय सरकारी एजेंसियों और विभागों ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती करने की योजना का ऐलान पहले ही कर दिया है।
बीएसएफ डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल ने कहा कि “चार साल इन्होंने मेहनत की है, मशक्कत की है, कड़े अनुशासन में रहे हैं, तो बीएसएफ के लिए ये एकदम अनुरूप हैं ये, हमें तैयार सोल्जर मिल रहे हैं, जिनको हम बहुत शॉर्ट ट्रेनिंग करके, जो लोकल कैप्सूल इनको देने हैं, वो इनको देने के तुरंत बाद, हम इनको सीमा पर तैनात करेंगे।”
उन्होंने कहा कि “सब बलों को इसका लाभ होगा, जिसमें यह जाएंगे, हम इसका इतंजार कर रहे हैं। जैसे यह आएंगे, हम इनको लेकर, इनको जो है, जो कंवर्जन ट्रेनिंग है, वो देने के बाद इन्हें तैनात करेंगे। जितनी भी हमारी वैकेंसीज होंगी, उसका 10 परसेंट इनके लिए रिजर्व्ड होगा, आरक्षित होगा और इनको ऐज की भी छूट है। जो पहला बैच है, उसमें पांच साल का ऐज रिलैक्सेशन है और जो अगले बैच आएंगे, उनके लिए तीन साल का रिलेक्सेशन होगा।”