Criminal Laws: देशभर में एक जुलाई से बदले गए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं, इससे भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़ा बदलाव आएगा। भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ब्रिटिश-युग की भारतीय दंड संहिता, आपराधिक प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेंगे।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा, “बदले गए कानूनों को समझने के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाए गए। इस दौरान लोगों को बदले गए कानूनों को समझने के लिए हैंडबुक दी गई।” इस साल जनवरी में दिल्ली पुलिस कर्मियों के लिए कानूनों का अध्ययन करने और अध्ययन सामग्री तैयार करने के लिए 14 सदस्यों की समिति का गठन किया गया था।
समिति का नेतृत्व विशेष पुलिस आयुक्त छाया शर्मा ने किया और इसमें डीसीपी जॉय तिर्की, एडिशनल डीसीपी उमा शंकर और बाकी अधिकारी शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि 15 दिन दिल्ली पुलिस कर्मियों ने ट्रायल किया था। इस दौरान उन्होंने डमी एफआईआर भी दर्ज कीं।
अधिकारी ने कहा कि “जांच अधिकारियों ने अपने मोबाइल फोन, कैमरों से मौका-ए-वारदात की तस्वीरें लीं और उन्हें रिकॉर्ड किया और बाद में उन्हें ई-प्रमाण एप्लीकेशन पर अपलोड कर दिया।” पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदले गए कानून के मुताबिक, सबूतों से छेड़छाड़ को रोकने के लिए मौके पर वीडियोग्राफी की जाएगी, पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदले गए कानूनों को समझने में करने के लिए जांच अधिकारियों को कुछ हेल्पलाइन दिए गए हैं।