Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया और छात्रों को सर्टिफिकेट, टैबलेट और एक लाख रुपए प्रदान किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई छात्र स्कूल से वंचित न रहे, ये देश की सबसे बड़ी सेवा होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मेधावी छात्र व छात्राओं को सम्मानित किया, साथ ही सीएम योगी ने ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर, स्टेशनरी व स्कूल बैग की खरीद के लिए प्रति छात्र-छात्रा 1200 रुपए की धनराशि उनके माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अंतरण प्रक्रिया का भी शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि कोई छात्र स्कूल से वंचित न रह जाए। हम अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन करें, ये देश की सबसे बड़ी सेवा है।
सीएम योगी ने कहा कि हमारे विद्यालय इनोवेशन और रिसर्च के नए सेंटर के रूप में स्थापित हों, हमारे छात्र-छात्राओं के अंदर कठिन से कठिन चुनौतियों से जूझने का जज्बा हो, इसके लिए हम अपने आपको तैयार करें। सीएम ने ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर, स्टेशनरी व स्कूल बैग खरीद के लिए प्रति छात्र 1200 रुपए की धनराशि अभिभावक के खाते में डीबीटी से अंतरण प्रक्रिया का भी शुभारंभ किया, सीएम योगी ने बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया, बच्चों को सफलता का मंत्र भी बताया।
उन्होंने कहा कि शिक्षित करना सबसे पवित्र कार्य, आपका आचरण एक शासकीय अधिकारी की तरह नहीं, बल्कि समाज के एक मार्गदर्शक के रूप में होना चाहिए। हमारे विद्यालय इनोवेशन और रिसर्च के नए सेंटर के रूप में स्थापित हों, छात्र-छात्राओं में कठिन से कठिन चुनौतियों से जूझने का जज्बा हो इसके लिए खुद को तैयार करें।
मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि सचमुच एक गुरु के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जिसको उन्होंने गाइड किया वो देश में, प्रदेश में उच्च स्थान प्राप्त कर उन्हें गौरवान्वित कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से हम अपने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को सम्मानित करते हुए नई पीढ़ी के सामने उन्हें रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं कि अगर वो भी ऐसे ही परिश्रम करेंगे तो उन्हें भी सम्मान प्राप्त होगा।
सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में किसी भी फील्ड में जाना हो याद रखना परिश्रम का कोई विकल्प नहीं हो सकता। जीवन में शॉर्टकट का रास्ता अपनाने वाला व्यक्ति कभी भी अपनी मंजिल को प्राप्त नहीं कर सकता। इसलिए जीवन में जितना कठिन परिश्रम कर सकते हैं, करना चाहिए। जिन छात्रों ने कठिन परिश्रम किया, मेरिट में उनका नाम आया। सफलता हमें ये भी बताती है कि हमने मंजिल पा ली है, हमारी दिशा सही है, हमें दिशा भ्रम में नहीं पड़ना है।