New Delhi: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच मजबूत रिश्ते हैं, उन्होंने कहा कि भारत ने अफ्रीका में अपनी राजनयिक मौजूदगी का विस्तार किया है और अब उस महाद्वीप में भारतीय मिशन की कुल संख्या 45 हो गई है। अफ्रीका दिवस मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश और वर्तमान में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत, अफ्रीका को “स्वाभाविक साझेदार” के रूप में देखता है।
उन्होंने कहा कि “भारत, दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश और वर्तमान में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अफ्रीका को विश्वास और पारस्परिक सम्मान पर आधारित नेचुरल पार्टनर के रूप में देखता है। ये अब वैल्यू एडिशन, प्रोडक्शन, रिसर्च, लोकालाइजेशन और लोकल एम्प्लॉयमेंट पर केंद्रीत है।”
जयशंकर ने कहा कि “सभी जानते हैं कि भारत-अफ्रीका संबंध बहुत मजबूत हैं, प्रधानमंत्री मोदी ने इसके 10 गाइडिंग प्रिंसिपल्स को प्रदर्शति करके अफ्रीका में हमारी भागीदारी को फिर से परिभाषित किया है। इनमें क्षमता का निर्माण और मौके पैदा करके अफ्रीका की क्षमता को मुक्त करने की हमारी प्रतिबद्धता शामिल है।”
एस. जयशंकर, विदेश मंत्री “भारत, दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश और वर्तमान में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अफ्रीका को विश्वास और पारस्परिक सम्मान पर आधारित नेचुरल पार्टनर के रूप में देखता है। ये अब वैल्यू एडिशन, प्रोडक्शन, रिसर्च, लोकालाइजेशन और लोकल एम्प्लॉयमेंट पर केंद्रीत है।
अब आप सभी जानते हैं कि भारत-अफ्रीका संबंध बहुत मजबूत हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके 10 गाइडिंग प्रिंसिपल्स को प्रदर्शति करके अफ्रीका में हमारी भागीदारी को फिर से परिभाषित किया है। इनमें क्षमता का निर्माण और मौके पैदा करके अफ्रीका की क्षमता को मुक्त करने की हमारी प्रतिबद्धता शामिल है। साथ ही अफ्रीका के विकास में मदद के लिए डिजिटल क्रांति के साथ भारत के अनुभव को साझा करना, सार्वजनिक सेवाओं की डिलीवरी में सुधार करना, शिक्षा का विस्तार करना और अफ्रीका में डिजिटल लिटरेसी, अफ्रीका के कृषि में सुधार करना, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का समाधान करना और अफ्रीकी देशों के साथ काम करना शामिल है।”