IMD: पिछले कुछ समय से उत्तर भारत में हीटवेव के कारण लोग भीषण गर्मी को झेल रहे हैं, ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि तापमान में गिरावट वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से है, इससे गर्मी से काफी राहत मिली है, लेकिन यह अस्थाई है। मौसम विभाग की वैज्ञानिक सोमा डेन रॉय ने कहा कि “पश्चिम भारत के साथ-वेस्ट डिस्टर्बेंस अरब सागर से नमी ला रहा है। लेकिन ये क्षणिक है, अगले एक-दो दिनों में तूफान कम हो जाएगा। तापमान फिर से बढ़ना शुरू हो जाएगा, 22 तारीख से उत्तर-पश्चिम भारत और हमारे यहां लू के हालात हो सकते हैं। दिल्ली में 23-24 तारीख को इसकी संभावना कम है।”
उन्होंने आगे कहा कि “जैसा कि आपने देखा होगा अभी पूरे देश में गर्मी की कम हुई है। ये अनुमान के मुताबिक है। हमें दो वजहों से देश में गर्मी कम होने की उम्मीद थी। पहला पूर्वी भारत में मानसून सक्रिय हो रहा है और बंगाल की खाड़ी से नमी को आगे बढ़ा रहा है। इससे तापमान में काफी गिरावट आई है।” जिसके कारण तापमान में काफी गिरावट आई है।”
आईएमडी के अनुसार अब मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं, जिसने 12 से 18 जून के बीच कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं की थी, जिससे उत्तर भारत में बारिश का इंतजार बढ़ गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने कहा कि “पश्चिम भारत के साथ-वेस्ट डिस्टर्बेंस अरब सागर से नमी ला रहा है। लेकिन यह क्षणिक है, अगले एक-दो दिनों में तूफान कम हो जाएगा। तापमान फिर से बढ़ना शुरू हो जाएगा, 22 तारीख से उत्तर-पश्चिम भारत और हमारे यहां लू के हालात हो सकते हैं, दिल्ली में 23-24 तारीख को इसकी संभावना कम है।”
इसके साथ ही कहा कि “जैसा कि आपने देखा होगा अभी पूरे देश में गर्मी की कम हुई है, यह अनुमान के मुताबिक है। हमें दो वजहों से देश में गर्मी कम होने की उम्मीद थी, पहला पूर्वी भारत में मानसून सक्रिय हो रहा है और बंगाल की खाड़ी से नमी को आगे बढ़ा रहा है, इससे तापमान में काफी गिरावट आई है।”