Gwalior: लगातार गर्मी से बढ़ रहे हैं मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के मामले

Gwalior: भीषण गर्मी की वजह से उत्तर और मध्य भारत के बड़े हिस्से में सामान्य जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है, रिकॉर्डतोड़ गर्मी से पूरे देश में 40 से ज्यादा लोगों की जान भी चली गई है। लगातार बढ़ती गर्मी ने मानसिक रोगियों की परेशानी भी बढ़ा दी है, ग्वालियर के मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादा गर्मी मानसिक स्वास्थ्य पर दो तरह से असर डालती है।

लगातार पारा बढ़ने से मानसिक स्वास्थ्य का इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित उत्तर और मध्य भारत के बड़े हिस्से में लू से लेकर गंभीर लू के हालात बने हुए हैं।

आईएमडी ने तीन जून तक लू से राहत नहीं मिलने की बात भी कही है, मानसिक चिकित्सालय के डॉक्टर ने बताया कि ग्वालियर गर्मी का असर हर चीज पर है हमारे शरीर पर भी होता है दिमाग पर भी होता है। शारीरिक बीमारियों के साथ-साथ मानसिक बीमारियां मानसिक रोग गर्मी के सीजन में बढ़ जाते है खासकर जो सबसे ज्यादा परेशानियां आती है नींद ना आने की वजह से आती है इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है डिहाइड्रेशन के वजह से हमारा जो बॉडी है गर्मी के वजह से डिहाइड्रेशन होता है और उससे भी इरीटेशन होता है, चिड़चिड़ापन हो जाता है। नींद पूरी ना होने की वजह से भी चिड़चिड़ापन होता है, ऐसा देखा गया है कि गर्मीयों में मानसिक रोग..मानसिक रोग और मानसिक रोगियों की संख्या थोडा नॉरमल से बढ़ जाती है।

इसके साथ ही कहा कि ग्वालियर गर्मियों में ओपीडी जल्दी स्टार्ट हो जाती है हमारी मरीज काफी दूर से सुबह ही आ जाते हैं, और लंबे समय तक ओपीडी रहती है हमारी और लगभग 10-15 प्रतिशत मरीज हमारे बढ जाते है ऐज केम्पेयर टु सर्दीयों में सर्दियों में थोडे से कम हो जाते है। सर्दियों को हमारे लिए हेल्दी सीजन माना जाता है।

 

 

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