Amarnath Yatra: आगामी अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक के सही इंतजाम को सुनिश्चित करने के लिए रणनैतिक जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तत्काल मरम्मत के लिए कम से कम 17 संवेदनशील प्वाइंटों की पहचान की गई है।
अधिकारियों की एक हाई-लेवल टीम ने कश्मीर को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ने वाले 270 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का जायजा लिया है ताकि चार लेन की परियोजना के बीच ट्रैफिक की आवाजाही में आ रही रुकावटों का पता लगाया जा सके।
रामबन के उपायुक्त बसीर उल हक चौधरी ने कहा है कि हाईवे का जायजा लेना का मुख्य मकसद नाशरी से बनिहाल के बीच 56 किलोमीटर के संवेदनशील जगहों को देखना था, जहां यात्रा से पहले तत्काल मरम्मत की जरूरत है।
हिमालय पर 3,880 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद अमरनाथ गुफा के लिए 52 दिनों की सालाना तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होगी और 19 अगस्त को खत्म होगी, राजमार्ग पर 2016 में शुरू हुए फोर लेन कंस्ट्रक्शन वर्क का अधिकांश हिस्सा पूरा हो चुका है, लेकिन अब भी कुछ सुरंग, बाईपास और फ्लाईओवर में काम बाकी है, कई जगहों खासकर रामबन जिले में काम जारी है।
डिप्टी कमिशनर बशीर-उल-हक चौधरी ने कहा कि रामबन जो आज हमारी विजिट थी यहां पर, जो कंबाइंड हमारी पूरी टीम जो है, उसके मेन मकसद तो था कि सबसे पहले हमारी जो ट्रैफिक चलेगी, उसका जो मूवमेंट होगा, वो बहुत आसानी से, इजली हो जाए और जो हमने, जितना भी ट्रैफिक का देखा है, नाशरी से लेकर बनिहाल तक, जो हमने देखा है, उसमें कुछ प्वाइंट्स हैं, जो वननरेबल प्वाइंट्स हैं, जो हमने ज्वाइंटली इंस्पेक्ट भी किए हैं, उनको जो है मरम्मत की जरूरत है, यात्रा चलने से पहले हम उसको ठीक कर देंगे, सो दैट कि ट्रैफिक स्मूथ हो जाए।