Srinagar: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ई-बसों ने पिछले छह महीनों में शहर की ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में क्रांति ला दी है, इन ई-बसों ने आम लोगों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं और कामकाजी लोगों के सफर को आसान बना दिया है।
नवंबर 2023 में श्रीनगर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की तरफ से लॉन्च किया गया ये प्रोजेक्ट काफी कामयाब रहा, ये शहर के अलग-अलग रूटों पर लगभग 100 बसों को ऑपरेट करता है। नई सुविधाओं से लैस इन ई-बसों में अल्ट्रा-हाई डेफिनिशन डैश कैम, स्टॉप पुश बटन, दिव्यांगों के लिए स्मार्ट बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग सुविधाएं हैं. साथ ही इनमें ट्रैकिंग और सिक्योरिटी समेत सफर करने वाले लोगों के आराम का पूरा ख्याल रखा गया है।
ई-बसों में मौजूद सुविधाओं से खुश शहर के लोग अब प्रशासन से ज्यादा बेहतर कनेक्टिविटी और बसों की संख्या बढ़ाने की गुजारिश कर रहे हैं। अधिकारी भी ई-बस सर्विस से मिल रहे रिस्पांस से खुश हैं और वे इसे और बेहतर बनाने के लिए शहर के लोगों की राय जान रहे हैं।
सरकारी डेटा से पता चलता है कि हर महीने लगभग पांच लाख लोग ई-बसों का इस्तेमाल करते हैं। आंकडें बताते हैं कि इन ई-बसों में हर दिन 20 से 25 हजार लोग सफर करते हैं जिससे सरकार की रोजाना तीन लाख रुपये की कमाई होती है।
नजीर अहमद वानी, बस यात्री पहले यहां पर टाटा गाड़ियां चलती थीं और उनमें सफर करना बहुत मुश्किल हो जाता था हमारे लिए। जहां 10 मिनट का सफर होता था, वहां ये आधा घंटा, पौना घंटा, पैंतालिस मिनट लेते थे हमसे। जब से ये गाड़ियां आई हैं, तब से हमारे लिए बहुत फायदामंद साबित हुई हैं। ड्यूटी पर जाना हो तो समय पर पहुंच जाते हैं। कहीं पर भी जाना हो, काम पर जाना होता है तो हमें बहुत आसानियां मिलती हैं इस गाड़ी में चढ़ के।
इन बसों की जो फैसिलिटी है वो बहुत अच्छी है, क्योंकि इसकी जो एसी है और ट्रैवलिंग फैसिलिटी है वो बहुत अच्छी है और जम्मू कश्मीर गवर्नमेंट को चाहिए कि यहां पर और ज्यादा बसें लाया जाए, ताकि यहां पर जो बसों की फैसलिटी हो, वो ज्यादा से ज्यादा हो जाए।
स्मार्ट सिटी प्लानिंग के जनरल मैनेजर ने कहा कि लोगों का रिस्पांस और इन बसों का इस्तेमाल करना जबरदस्त और अविश्वसनीय रूप से पॉजिटिव रहा है। एक अच्छी बात होती है कि लोग इसे यूज करते हैं और दूसरा फीडबैक भी हमें पर्सनली देते रहते हैं। तो हमें कॉन्स्टेंट फीडबैक आता रहता है, सोशल मीडिया पर आता रहता है, ई-मेल से आता है, फोन कॉल से आता है और मुझे ये कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लोग मुद्दे उठा रहे हैं, और वे इसको सकारात्मक रूप से देख रहे हैं। ये अच्छी बात है कि लोग इसमें शामिल हो रहे हैं।