New Delhi: चिड़ियाघर में जानवरों को बढ़ती गर्मी से बचाने के लिए खास इंतजाम

New Delhi: दिल्ली में बढ़ते पारे की वजह से चिड़ियाघर में जानवरों के लिए कई खास इंतजाम किए गए हैं। जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए बाड़ों में कूलर और स्प्रिंकलर लगाए गए हैं, बाड़ों के अंदर मौजूद मिट्टी के तालाबों और पक्के पूलों में तीन से 10 दिन के गैप पर पानी बदला जा रहा है, पानी बदलने का समय बाड़े में मौजूद जानवरों की संख्या के हिसाब से है।

गर्मी से बचाने के लिए जानवरों की डाइट में तरबूज, खरबूज और खीरे जैसे मौसमी फल और ग्लूकोज वाला पानी भी शामिल किया गया है। चिड़ियाघर के डॉक्टर जानवरों की सेहत पर लगातार नजर रख रहे हैं।

चिड़ियाघर के अधिकारियों को उम्मीद है कि इन उपायों से जानवर गर्मी में होने वाली बीमारियों से बचे रहेंगे और तेज धूप और गर्मी में भी आराम से रह सकेंगे, पक्षियों और मांसाहारी जानवरों को सीधी धूप से बचाने के लिए उनके बाड़ों को हरे जाल से ढक दिया गया है।

अधिकारियों को उम्मीद है कि इन उपायों से चिड़ियाघर आने वाले लोग भी जानवरों और पक्षियों को देखने का मजा ले सकेंगे। डॉ. संजीत कुमार, आईएफएस, डायरेक्टर, नेशनल जूलॉजिकल पार्क, दिल्ली तापमान अब 48 डिग्री सेंटीग्रेड के करीब बढ़ रहा है। हम चिड़ियाघर के जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चिड़ियाघर में आने वाले लोगों को भी गर्मी से बचाने के लिए कई तरह की व्यवस्था की गई है। हमने सभी जानवरों के लिए स्प्रिंकलर और कूलर की मरम्मत की है और हम उन्हें बहता पानी उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि वे खुद को ठंडा रख सकें।

नेशनल जूलॉजिकल पार्क के डायरेक्टर ने कहा कि दिल्ली हमने जानवरों की सर्दी की डाइट को गर्मियों की डाइट से बदल दिया है, हम मांसाहारी जानवरों को एक किलो या दो किलो कम मांस दे रहे हैं। इसके अलावा हमने शाकाहारी और सर्वाहारी (ओमनीवोरस) जानवरों की डाइट में पानी वाले फल और सब्जियों जैसे खीरा, तरबूज़ और दूसरे मौसमी फलों की मात्रा बढ़ा दी है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली अब तक हमारे यहां जानवरों में कोई गंभीर बीमारी नहीं है, अगर जानवरों को लू लगती है तो हम पूरी तरह से तैयार हैं। हमारी पशु चिकित्सा टीम लाइफ सेविंग दवाओं से लैस है, जो हीट स्ट्रोक या गर्मी से जुड़ी बीमारियों के लिए पहले से ही स्टॉक में रखी जाती हैं।

 

 

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