Electricity: बिजली मंत्रालय ने पिछले साल बिजली की अधिकतम मांग 229 गीगावॉट होने का अनुमान लगाया था, लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से सितंबर 2023 में अब तक की सबसे ऊंची मांग 243 गीगावॉट दर्ज की गई। हालांकि इस साल मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि भारत में अप्रैल-जून में भीषण गर्मी के दौरान तापमान बहुत ज्यादा रहेगा, जिसका सबसे बुरा असर मध्य और पश्चिमी प्रायद्वीपीय हिस्सों पर पड़ने की संभावना है।
इसके साथ ही गर्मियों के दौरान मैदानी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा लू चलने की संभावना है, इस हफ्ते की शुरुआत में आईएमडी के अनुमान के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में दस से 20 दिनों तक लू चलने की संभावना है। बिजली मंत्रालय ने थर्मल पावर प्लांटों को बिजली उत्पादन के लिए “अग्रिम योजना” बनाने और गर्मी के मौसम के दौरान रखरखाव से बचने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने समीक्षा बैठकों के दौरान इस बात पर जोर दिया कि सभी स्टेकहोल्डर की तरफ से पर्याप्त अग्रिम योजना बनाई जानी चाहिए, ताकि ऐसी हालत को रोका जा सके जिसमें एक राज्य के पास पर्याप्त संख्या में बिजली हो जबकि दूसरे को बिजली की कमी का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि आंशिक कटौती के तहत क्षमता की मात्रा में कमी आई है और इसे और कम करने के तरीके सुझाए गए हैं। इसके साथ ही निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम के दौरान गैस आधारित क्षमता के संचालन की समीक्षा के लिए गैस आधारित बिजली परियोजनाओं के सभी डेवलपर्स के साथ बैठक बुलाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि “पावर प्लांटों में कोयले का भंडार ठीक है। वर्तमान में हमारे पास लगभग 45 मिलियन टन का कोयला भंडार है, सभी क्षमताओं को ऑनलाइन लाने की कोशिश कर रहा हूं। जो कुछ भी या तो नियोजित रखरखाव के लिए बंद है या जो भी अनियोजित आउटेज पर है, हम उन्हें ऑनलाइन लाने की कोशिश कर रहे हैं। 2013-14 में अधिकतम मांग 130 गीगावॉट से 140 गीगावॉट थी। आज ये 243 गीगावॉट है। इसलिए ये 80 प्रतिशत बढ़ गई है, हम और ज्यादा क्षमता जोड़ रहे हैं। हम लगभग 80 गीगावॉट थर्मल कैपेसिटी बना रहे हैं, हमारे पास लगभग 15 गीगावॉट हाइड्रो कैपेसिटी निर्माणाधीन है। मेरे पास 103 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी भी निर्माणाधीन है।”
मौसम विभाग की तरफ से भीषण गर्मी के पूर्वानुमान को देखते हुए सरकार ने कहा कि जो प्लांट रखरखाव या दूसरी वजहों से बंद है, वह जल्द शुरू किए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने भीषण गर्मी में पर्याप्त बिजली सप्लाई करने का विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि “हम अपनी पूरी क्षमता जुटा रहे हैं चाहे वो थर्मल, हाइड्रो, रिन्यूएबल या गैस आधारित हो, इसलिए मुझे लगता है कि हम मांग को पूरा करेंगे। बिजली मंत्रालय ने इस गर्मी में 260 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की अधिकतम बिजली मांग का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल सितंबर के रिकॉर्ड 243 गीगावॉट से ज्यादा है।