Delhi: पंजाब और हरियाणा के बीच दो बॉर्डर प्वाइंट पर प्रदर्शन कर रहे किसान बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर शुरू कर रहे हैं। केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत के बावजूद सहमति नहीं बन पा रही है। किसानों ने सरकारी एजेंसियों के पांच साल के लिए दलहन, मक्का और कपास की खरीद के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
हरियाणा और दिल्ली के बीच टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए कई लेयर के बैरीकेड लगाए गए हैं। 13 फरवरी को दिल्ली के लिए मार्च शुरू करने वाले हजारों किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर रोक दिया गया। किसान तब से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी प्वाइंट पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों और सुरक्षा बलों के बीच कई बार झड़प भी देखने को मिली।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनैतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और कृषि कर्ज माफी समेत अपनी मांगों को लेकर बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च कर रहे हैं।