Ram temple: 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमेरिका के वर्जीनिया में राम भक्तों ने रविवार से ही मंदिरों में उत्सव शुरू कर दिया है। एशबर्न वर्जीनिया के राजधानी मंदिर में श्रद्धालुओं ने भगवान राम का जश्न मनाया।
इस मौके पर वर्जीनिया में फेयरफैक्स के दुर्गा मंदिर में भी लोगों ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए। आचार्य त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि “बड़े हिंदू सनातन समाज के लिए सौभाग्य का समय आया हुआ है। इतने वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम का प्रतिष्ठापन हो रहा है और भव्य मंदिर बन रहा है। पूरा सनातन धर्म राम कृष्ण मयी है। राम जी का जीवन मनुष्य को अच्छा जीवन जीने के लिए और पूरे इस संसार को स्वर्ग बनाने की ओर जाता है।”
पंडित मुरलीधर भाटिया ने कहा, “ये हम सभी के लिए एक लंबे समय से प्रतीक्षित दिन है कि प्राण प्रतिष्ठा उस जगह पर की जाएगी जहां भगवान राम का जन्म हुआ था। हम सभी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राम भक्तों और सनातन धर्म के अनुयायियों के रूप में हम इसमें शामिल होने के लिए बहुत भाग्यशाली हैं। हम सभी को बधाई देना चाहते हैं। आइए हम सभी 22 जनवरी को जश्न मनाएं।”
आचार्य त्रिलोचन भट्ट का कहना है कि “बड़े हिंदू सनातन समाज के लिए सौभाग्य का समय आया हुआ है, इतने वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम का प्रतिष्ठापन हो रहा है और भव्य मंदिर बन रहा है। पूरा सनातन धर्म राम कृष्ण मयी है। राम जी का जीवन मनुष्य को अच्छा जीवन जीने के लिए और पूरे इस संसार को स्वर्ग बनाने की ओर जाता है। उन्होंने सारे कर्म, जितने भी किए, उन पर अगर मानव चलने लग जाए तो इस संसार में न कोई अलग धर्म होगा, न कोई ऊंचता होगी, न कोई नीचिता होगी, न देशों की सीमाएं होंगी, न जाती होगी, कुछ भी नहीं होगा, केवल मानव होगा और बाकी सभी जीव होंगे।
इसके साथ ही “यह हम सभी के लिए एक लंबे समय से प्रतीक्षित दिन है कि प्राण प्रतिष्ठा उस जगह पर की जाएगी जहां भगवान राम का जन्म हुआ था। हम सभी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राम भक्तों और सनातन धर्म के अनुयायियों के रूप में हम इसमें शामिल होने के लिए बहुत भाग्यशाली हैं। हम सभी को बधाई देना चाहते हैं। आइए हम सभी 22 जनवरी को जश्न मनाएं।”
श्रद्धालुओ का कहना है कि “हर जगह भगवा रंग है। आप इसे यहां भी देख सकते हैं और ये किसी एक मंदिर की नहीं बल्कि पूरे अमेरिका की कहानी है। ये वीकेंड है और इसीलिए अमेरिका के हर मंदिर और सड़क पर भगवा रंग है। हम घर से दूर हैं, लेकिन हमारा दिल भारत से जुड़ा है। हम खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि हम अपने जीवनकाल में ही इस तरह का समारोह देख पाएंगे।”