Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में इजाफा हुआ, घने कोहरे और शीत लहर की वजह से रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। श्रीनगर शहर में घना कोहरा देखा गया, कोहरे की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही। शहर का न्यूनतम तापमान माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो बुधवार के माइनस 2.6 डिग्री सेल्सियस से थोड़ा ज्यादा है।
अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात के शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। पहलगाम में सालाना अमरनाथ यात्रा के लिए बेस कैंप लगाए जाते हैं।
बारामूला के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, काजीगुंड और कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने कहा कि महीने के आखिर तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना है, बता दे कि कश्मीर में सबसे सर्द मौसम ‘चिल्लई-कलां’ चल रहा है। ये 40 दिन तक चलता हैं। इस दौरान शीत लहर चलती है और तापमान काफी गिर जाता है। इससे पानी के स्रोत जम जाते हैं, जिनमें मशहूर डल झील भी शामिल है। घाटी के कई हिस्सों में पानी की लाइनें जम जाती हैं और पानी सप्लाई ठप पड़ जाती है।
‘चिल्लई-कलां’ 31 जनवरी, 2024 को खत्म होगा। हालांकि इसके बाद भी कश्मीर में करीब एक महीने तक मौसम सर्द रहेगा और शीतलहर जारी रहेगी। इस दौरान 20 दिनों तक ‘चिल्लई-खुर्द’ या छोटी ठंड और 10 दिनों तक चलने वाली ‘चिल्लई-बच्चा’ या बेबी कोल्ड होती है।
पर्यटकों का कहना है कि “ठंड के हिसाब से यहां का तापमान काफी नीचे गिरा हुआ है और यहां पर आसपास हम देख सकते है कि विजिबिलिटी काफी कम लेकिन हम जिस रीजन से बिलोंग करते हैं वहां पर इतनी ज्यादा ठंड नहीं होती है मतलब 10 या पांच डिग्री मैक्सिमम तापमान ड्रॉप हो जाता है लेकिन यहां का तापमान सुबह से देखा जाए तो जीरो डिग्री और वन डिग्री के बीच में है तो काफी ज्यादा ठंड है लेकिन जैसे कि श्रीनगर काफी अच्छा हेवनली माना जाता है तो ये भी एक अच्छा समय है इंजॉय करने के लिए।”