New Delhi: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) का विस्तार करने के केंद्र के फैसले की सराहना की। इस योजना से अगले पांच सालों के लिए करीब 80 करोड़ गरीब लोगों को प्रति माह पांच किलोग्राम मुफ्त अनाज मिलेगा।
प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “भारत की राजनैतिक व्यवस्था में गरीबी पर चर्चा होनी चाहिए। गरीब कल्याण का मॉडल आदर्श है जो मोदी सरकार ने दिया है। पीडीएस प्रणाली के मुताबिक, गरीबों को गारंटीशुदा राशन मिलना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
उन्होंने कहा कि अगले पांच साल के दौरान इस योजना पर करीब 11.8 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा। प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि “लोकसभा सत्र के दौरान आज दूसरे दिन मैं आप सबका ह्दय से स्वागत करता हूं। आज में गरीब कल्याण के लिए जो मोदी सरकार की योजनाएं हैं उसके बारे में जरूर चर्चा करना चाहता हूं। देश की राजनैतिक व्यवस्था में गरीब की चर्चा बहुत होती थी लेकिन गरीब कल्याण का मॉडल मोदी सरकार ने दिया वो आदर्श मॉडल है और ये बात में इस आधार पर कहता हूं कि इस देश में नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के बनने के बावजूद भी देश में गरीब आदमी को राशन नहीं पहुंच पाया।
पीडीएस सिस्टम में इस बात की गारंटी दी गई कि गरीब आदमी को वहां से सस्ता अनाज मिलेगा। लेकिन चाहे पत्रकार जगत के लोग हो या जनप्रतिनिधि हो हमेशा से पीडीएस पर उंगलियां उठती रही हैं। जब ये योजना शुरू हुई थी तब वो चार राज्य में थी। मैं मोदी सरकार की सफलता गरीब कल्याण के लिए मानता हूं तो मैं पहली सफलता मानता हूं योजना आज शक्ति राज्य में लागू है। उसमें दो प्रकार की योजनाएं हैं एक है ओडब्लूएस दूसरी है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना। जहां पर एक योजना में एक परिवार को यूनिट मानते है तो 35 किलो चाहे उसमें संख्या दो की हो चाहे चार की हो हम उसको 35 किलो आनाज उसको देते हैं। गरीब कल्याण योजना में अन्य योजना में प्रत्येक व्यक्ति को पांच किलो राशन की दृष्टि से उसको सस्ते दामों पर बात हुई है। लेकिन अभी मोदी जी ने फिर से पांच साल के लिए जो योजना गरीब कल्याण बढ़ाई है अब वे मुफ्त में अनाज लगभग 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिलेगा। और इस योजना में लगभग पांच साल में 12 लाख करोड़ यानि 11 करोड़ 80 लाख रुपये खर्च होगा।”