New Delhi: दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार दर्ज किया गया, लेकिन यह अभी भी 299 AQI के साथ “खराब” श्रेणी में बनी हुई है।
निगरानी एजेंसियों को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ के कारण और राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे मौसम में सुधार हो सकता है।
राष्ट्रीय राजधानी में इस नवंबर में अब तक 10 गंभीर वायु गुणवत्ता वाले दिन दर्ज किए गए हैं।
पिछले साल नवंबर में केवल तीन गंभीर वायु गुणवत्ता वाले दिन दर्ज किए गए, जबकि 2021 में ऐसे 12 दिन दर्ज किए गए हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने निगरानी शुरू करने के बाद से इस महीने में सबसे अधिक है।
निवासियों का कहना है कि “वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं है। प्रदूषण अब भी वैसा ही है, पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ा है और कोहरा बहुत कम है लेकिन फिर भी चीजें दिखाई नहीं दे रही हैं।”
बता दें कि जीरो से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर बहुत गंभीर माना जाता है।”