Chandra Grahan: शरद पूर्णिमा पर पड़ रहे साल के आखरी चंद्रग्रहण का असर धर्मनगरी हरिद्वार में भी देखा जा रहा है। यहां रोजाना शाम होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती दोपहर साढ़े तीन बजे हुई, सूतक काल से पहले ही यह आरती आयोजित की गई।जिसके बाद तमाम मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। ग्रहण के नौ घंटे पूर्व ही सूतक काल लग जाता है..
इस अवधि में धार्मिक कर्मकांड पूरी तरह से वर्जित है.. केवल तप और ध्यान ही किया जाता है. ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस विशेष मौके पर हरकीपौड़ी पहुंचे हुए है। श्रद्धालुओं में भी इस पल को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। उधर तीर्थ पुरोहितों के अनुसार इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते है और ग्रहण की समाप्ति पर सभी मंदिरों को धुलने और साफ सफाई के बाद ही पूजा शुरू होगी।
Chandra Grahan: 
इसके साथ ही साल का अंतिम चंद्रग्रहण शरद पूर्णिमा को लगने जा रहा है। इस चंद्रग्रहण की वजह से शाम चार बजे से सूतक लग जाएंगे। सूतकों की वजह से अयोध्या में राम मंदिर चार बजे बंद हो जाएगा, चंद्रग्रहण का कुल समय 40 मिनट का बताया जा रहा है। इस ग्रहण से तूफान, भूकंप जैसी कुछ प्राकृतिक आपदाओं की आशंका भी जताई जा रही है। चंद्रग्रहण के अगले दिन से राम मंदिर रोजाना की तरह ही खुलेगा और बंद होगा।
मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि “साल का आखिरी ग्रहण आज 28 तारीख को जो सूतक है सांयकाल चार बजकर चार मिनट पर लग जाएगा। उसके बाद जितने भी धार्मिक कार्य जो है बंद हो जाएंगे और मंदिर का भी कपाट भी बंद हो जाएगा और मंदिर बंद हो जाएगा।”