नमिता बिष्ट
आज का दिन पूरी दुनिया के लिए बेहद खास महत्व रखता है। आज से 119 साल पहले राइड ब्रदर्स ने पहली बार वो कारनाम किया था, जिन्होंने दुनिया को विमान युग आने की राह दिखाई थी। दरअसल 17 दिसंबर 1903 में राइड ब्रदर्स ऑरविल और विलबर ने उत्तरी कैरोलिना में राइट फ्लायर नामक विमान से पहली बार सफल उड़ान भरी थी। विमान 120 फीट की ऊंचाई पर 12 सेकेंड तक उड़ा था। इस उड़ान ने उनकी सालों की कड़ी मेहनत को साकार कर दिखाया था। इसके बाद ही आसमान में विमानों का उड़ना संभव हो पाया था।
नाकामी के बाद भी नहीं मानी हार
बता दें कि 17 दिसंबर 1903 ही वो दिन था जिसके बाद आसमान में विमानों का उड़ना संभव हो पाया था। आज राइट ब्रदर्स के आधार पर बनाए गए विमानों की बदौलत इंसान ना सिर्फ दुनिया के किसी भी कोने में जाने में सक्षम है, बल्कि अंतरिक्ष के पार जाने वाले रॉकेट भी इसको ही आधार मानते हुए इजाद किए गए। राइट बंधुओं को जो कामयाबी मिली थी उसके पीछे उनकी कई बार की विफलता और कड़ी मेहनत थी। लगातार नाकामी मिलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार अपने सपने को पूरा करने में लगे रहे।
बचपन से दोनों भाइयों को था मशीनों से लगाव
दरअसल दोनों भाइयों को मशीनों से खासा लगाव था। जब ये दोनों भाई 11 और 7 साल के थे तब उनके पिता उनके लिए एक उड़ने वाला खिलौना लेकर घर आए। कागज, रबर की रिंग्स और बांस से बना ये खिलौना भाइयों को इतना पसंद आया कि वे खुद भी उसकी सवारी करने की सोचने लगे। तभी से दोनों स्कूल से बचे वक्त में लुक-छिपकर हवाई जहाज बनाने की कोशिश करने लगे।
साइकिल मैकेनिक के बिना अधूरी है कहानी
राइड ब्रदर्स ने साल 1900 से 1903 के बीच हवा में उड़ सकने वाले कुछ मॉडल्सर पर काम किया था। लेकिन इनमें इन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई थी। इस काम में उनकी मदद एक साइकिल मैकेनिक ने की। इस मैकेनिक का नाम चार्ली था। चार्ली की मदद ना मिलती तो राइट बंधु शायद ही कभी ऐसा इंजन बना पाते जो उड़ पाता। चार्ली ने जिस इंजन को बनाने में मदद की थी उसका वजन सिर्फ 200 पाउंड था और ये 12 हॉर्स पावर की ताकत देता था। इंजन पर सफलता मिलने के बाद भी राइट बंधुओं ने कई मुश्किलों का सामना किया। आखिरकार 17 दिसंबर 1903 को पहली उड़ान भरी।
जब हुआ था दुनिया का ‘पहला ह्यूमन हार्ट ट्रांसप्लांट‘
बता दें कि हवाई जहाज में एक ही व्यक्ति के बैठने की क्षमता थी। पहली उड़ान छोटे भाई ऑरविल ने भरी। ये उड़ान महज 12 सेकंड चली और जहाज की धरती से ऊंचाई 120 फीट थी। तीन और बार ये क्रम दोहराया गया। आखिरकार उसी ठंडी शाम को बड़े भाई ने चौथी उड़ान भरी। तब विमान की धरती से 852 फीट ऊपर था और वो एक मिनट तक हवा में रहा। इसी दिन दोनों भाई दुनिया के पहले विमान चालक बन गए।
कभी कॉलेज नहीं गए राइट ब्रदर्स
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दुनिया को विमान के बारे में पहली बार बताने वाले राइट ब्रदर्स कभी कॉलेज तक नहीं गए थे। बावजूद इसके उन्होंने वो कर दिया जिसके बिना आज की मॉडर्न दुनिया के बारे में कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
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