पंच केदारो में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द करने की तैयारियां शुरू होने लगी है. भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द करने की तैयारियों को लेकर मन्दिर समिति के अधिकारियों ने मदमहेश्वर धाम की ओर रुख कर दिया है, वही भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन पर लगने वाले त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां भी शुरू हो गयी है. बता दे कि पंच केदारो में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात मदमहेश्वर धाम में भगवान शंकर के मध्य भाग की पूजा की जाती है! मदमहेश्वर धाम रासी गाँव से 16 किमी दूर सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य विराजमान है! द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट आगामी 18 नवम्बर को शुभ लगनानुसार शीतकाल के लिए विधि – विधान से बन्द कर दिये जायेगें तथा कपाट बन्द होने के बाद भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए 21 नवम्बर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान होगी! भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में लगने वाले त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां भी शुरू कर दी गयी है.
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