मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापज बरसाल में 33 वर्षों बाद आयोजित पांडव नृत्य से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. पाण्डव नृत्य का आयोजन स्थानीय वाद्य यंत्रों की थाप और पौराणिक मांगलिक जागरो के साथ किया जा रहा है. पाण्डव नृत्य में पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र पाण्डव चौक लाना, पाण्डवों का नगर भ्रमण कर ग्रामीणों को आशीर्वाद देना, गंगा स्नान के तहत पर्यटक स्थल देवरियाताल का भ्रमण करना सहित अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा. गाँव में 33 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है. वही दूसरी ओर मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत राऊलैंक में आज से 14 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का शुभारंभ विधि- विधान से किया गया.
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