New Delhi: आज से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में प्रमुख मसौदा कानूनों पर विचार होने की उम्मीद है।
इस सत्र में औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों को बदलने के लिए तीन विधेयक भी शामिल हैं।
विपक्षी नेताओं ने आपराधिक कानूनों को बदलने की मांग करने वाले तीन विधेयकों के लिए अंग्रेजी नामकरण की मांग की है।
इसके साथ ही मूल्य वृद्धि, जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और मणिपुर हिंसा का मुद्दा भी सत्र में उठना तय माना जा रहा है।
दो दिसंबर को सर्वदलीय बैठक में सरकार ने कहा कि वह संसद में बहस के लिए पूरी तरह से तैयार है और विपक्ष से सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील करती है।
शीतकालीन सत्र के दौरान 22 दिसंबर तक 15 बैठकें होंगी। सत्र के दौरान 19 विधेयक और दो वित्तीय मदों पर विचार किया जाना है।