Hyderabad: जब भी हैदराबादी खाने की बात होती है, तो सबसे पहले बिरयानी का नाम आता है लेकिन रमजान के महीने में एक और खास डिश सबका ध्यान अपनी ओर खींचती है, और वो है हलीम। ये जायकेदार और पौष्टिक डिश गेहूं, दाल, मांस और मसालों के खास मिश्रण से बनाई जाती है। रमजान के दौरान, हैदराबाद के प्रतिष्ठित रेस्तरां से लेकर सड़क किनारे की दुकानों तक में हलीम का बोलबाला रहता है, जो हर वर्ग के खाने के शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
हलीम बनाना काफी मेहनत भरा काम होता है। मशहूर पिस्ता हाउस में कुशल शेफ बड़े-बड़े कड़ाहों में इसे घंटों पकाते हैं। ताकि रामजान के महीनों में हलीम की भारी मांग को पूरा किया जा सके। यूं कहें इस पवित्र महीने के दौरान सबसे पसंदीदा व्यंजन हलीम है। यहां हजारों लोगों को हलीम परोसी जाती है और इसे विदेशों तक भी भेजा जाता है।
हैदराबाद के दूसरे रेस्टोरेंट, जैसे मुमताज होटल, भी रमजान में हलीम की ज्यादा मांग को पूरा करने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं। हलीम का स्वाद चखने के लोग इफ्तार से पहले ही लाइन में लग जाते हैं। दोस्त अलग-अलग जगहों पर जाकर ये तय करने की कोशिश करते हैं कि सबसे स्वादिष्ट हलीम कहां मिलती है।
हैदराबादियों के लिए हलीम सिर्फ एक खाने की चीज नहीं, बल्कि उनकी पहचान का हिस्सा है। ये डिश फारसी और हैदराबादी परंपराओं का मेल है, जो शहर की संस्कृति को दिखाती है। यही वजह है कि रमजान के दौरान, हैदराबाद में इस डिश को लोग डिनर और सेहरी में बड़े चाव से खाते हैं।