Udaipur: राजस्थान में उदयपुर के गोगुंदा इलाके में तेंदुए के बढ़ते हमलों की वजह से जिला प्रशासन ने 50 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। गांव में सुरक्षाकर्मी तैनात करने के साथ ही पिंजरों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
जिले के गोदुंदा और बड़गांव के गांवों में तेंदुए ने पिछले कुछ दिनों के अंदर नौ लोगों को मार डाला है। वन विभाग पुलिस और सेना की 100 से ज्यादा मेंबरों की टीम बनाई गई है। इस टीम ने उदयपुर के पास केल्वन का खेड़ा और राठौड़ का गुड़ा, दोनों गांवों के 20 किलोमीटर के इलाके को घेर लिया है। इन्हीं में हालिया हमले हुए थे।
वन विभाग ने जानवर को मार गिराने के आदेश पहले ही जारी कर दिए थे, बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि “अभी जो लेटेस्ट स्ट्रेटजी जो हम लोगों ने बनाई है, अभी लगभग 50 जगह पर ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं, पहले हमारे पास जो ट्रैप कैमरे थे 20 कैमरे लगे थे, उसकी संख्या दो गुना से भी ज्यादा बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही केज की संख्या भी बढ़ा दी गई है और कहीं न कहीं एक्सपर्ट से हम लोगों ने जो बात की, उसमें ये आ रहा था कि यहां पर इस एरिया में ह्यूमन मूमेंट थोड़ा सा ज्यादा हो रहा है, तो हमारी टीमों को भी जो कैंप है, उसमें चेंज करके हम लोगों ने छोड़ा सा गांव की तरफ अंदर, बाउंड्री की तरफ जिस पैरिफेरी क्षेत्र में पैंथर के घूमने की संभावना ज्यादा है.
इसके साथ ही कहा कि वहां हमने 13 पॉइंट चिह्नित किए हैं, तो हरेक जो भी पॉइंट है, वहां पर एक हमारा ट्रेंकुलाइज करने के लिए आदमी, एक ट्रेक करने के लिए आदमी जो कि एक्सपर्ट है, पग मार्क वगैरह देखेगा और पुलिस का एक आदमी, रेवेन्यू का आदमी, तो इस तरह से हमने 13 अलग-अलग जगह उनको स्टेशन किया है। इसके साथ ही गांव में किसी भी प्रकार की घटना ना घटे तो कुछ स्थानों पर जो ऊंचे स्थान हैं, वहां पर उनकी सुरक्षा के लिए जो हैं, शूटर तैनात किए गए हैं। ”