Rajasthan: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां वायु सेना के युद्ध अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ के दौरान अपने संबोधन में कहा कि “आज के समय में जब दुनिया में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है …कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं, इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया के मौजूदा विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक-दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलना है, उन्होंने सहयोगी देशों से अपनी भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाने को कहा। राजनाथ ने कहा कि पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से पूरी दुनिया के सामने नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, उसे देखते हुए हमें अपनी भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है और आज दुनिया भर के श्रेष्ठ और आधुनिक विमानों और अगली पीढ़ी के उपकरणों के साथ, भारतीय वायुसेना ने खुद का रूपांतरण किया है।
इसके साथ ही कहा कि हमारी वायुसेना, और हमारा रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, राडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जैसी चीजों में हम बहुत हद तक आत्मनिर्भर हो चुके हैं, और इन क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ने के लिए कोशिश कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “आज के समय में जब दुनिया में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है …कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं …इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें। पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से पूरी दुनिया के सामने नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, उसे देखते हुए हमें अपनी भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है।’’